भोपाल। कोरोना महामारी के इस कठिन समय में लोगों को कई मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ रहा है और इस समय सबसे मुश्किल है, सही समय पर सही इलाज मिल पाना. इस महामारी के काल में जब बात कोरोना पीड़ित की हो तो यदि समय पर संक्रमित को इलाज नहीं मिल पाता है, तो उसकी हालात गंभीर होती जाती है. तो वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में भी कई बातों को लेकर लापरवाही बरती जा रही है. ऐसी ही लापरवाही के चलते राजधानी भोपाल में एक कोरोना पीड़ित की जान चली गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली निवासी वहां के अस्पतालों में इलाज के लिए 5 दिन भटकता रहा, लेकिन उसे इलाज नहीं मिल पाया. जिसके चलते उसे शनिवार सुबह भोपाल लाया गया. मरीज मृतक का परिवार भोपाल से संबंध रखता है, इसलिए परिवारजनों ने भोपाल लाकर इलाज करवाना उचित समझा, पर यहां आते-आते तक पीड़ित की हालत ज्यादा गंभीर हो गई. शनिवार को ही पीड़ित को जेपी अस्पताल में लाया गया, जहां पर स्टाफ ने सैंपल लेकर वीरेंद्र को हमीदिया भेज दिया. हमीदिया अस्पताल ले जाते समय मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल काफी कम हो गया था, इसलिए उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. शनिवार को ही मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई.
इलाज के बाद भी रविवार तक कोरोना मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं आया और हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. दिल्ली में हुई इस लापरवाही के चलते एक और व्यक्ति की कोरोना के कारण मौत हो गई. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम निजामुद्दीन-हबीबगंज एक्सप्रेस के S10 कोच जिसमें कि मृतक को लाया गया था. उसके यात्रियों की तलाश कर रही है, ताकि सभी को ढूंढ कर क्वॉरेंटाइन किया जा सके.