भोपाल। राजधानी भोपाल में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण पर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस का कहना है कि भोपाल में कोरोना संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से ऊपर पहुंच गई है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार ये अलार्मिंग स्टेज है. इन परिस्थितियों में भी लोगों को न तो अस्पतालों में इलाज मिल रहा है और न ही क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं में सुधार किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्री ने कह दिया है कि सरकार जो कर सकती थी, वह कर चुकी है. अब जनता अपने आप को संभाले. इसलिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि भोपाल में कोरोना की बढ़ती रफ्तार चिंताजनक है, इन परिस्थितियों में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं. हालात कितने बदतर हैं, इसकी एक तस्वीर मुरैना जिला अस्पताल से मिली थी. जहां बेड पर ही एक मरीज की लाश कई दिनों तक पड़ी रही. अस्पतालों में डॉ. निजी पर्चियों के आधार पर प्राइवेट प्रैक्टिस करते पकड़े जा रहे हैं. मरीजों को बिस्तर तक नहीं मिल रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बताते हैं कि हजारों बिस्तर खाली पड़े हैं, ये परिस्थितियां बहुत ही खतरनाक हैं.
बिगड़ रहे हैं प्रदेश के हालात
भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि पिछले एक महीने से स्वास्थ्य विभाग की जानकारी गृह मंत्री दे रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री कहां हैं, ये कोई नहीं जानता है. जब स्वास्थ्य मंत्री को अपने मंत्रालय का पता ही नहीं है तो वो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते. कांग्रेस मानती है कि इन भयावह परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार स्वास्थ्य मंत्री तत्काल इस्तीफा दें. क्वॉरेंटाइन सेंटर में अफरा-तफरी मची है, लोगों को खाना नहीं मिल रहा, उनकी देखभाल नहीं हो रही, यही कारण है कि क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती मरीज आत्महत्या कर रहे हैं. पार्किंग क्षेत्र में शव पड़े रहते हैं, तीन-तीन घंटे तक मरीज सड़क पर लेटने को मजबूर हैं. प्रदेश के हालात इतने बिगड़ गए हैं कि गृह मंत्री ने कह दिया कि जनता खुद को संभाले.