भोपाल। कैबिनेट मीटिंग में नर्मदा एक्सप्रेस बनाने पर मुहर लगा दी गई है. वहीं कांग्रेस ने एक्सप्रेस वे पर (Narmada expressway repacakging)सवाल उठा दिए हैं. कांग्रेस ने कहा है कि नर्मदा एक्सप्रेस वे नई पैकिंग में पुराना माल है. कांग्रेस का कहना है कि 900 किलोमीटर लंबे बताए जा रहे इस एक्सप्रेस वे का 440 किलोमीटर सड़क तो पहले ही बनकर तैयार है. इस मामले में सरकार का कहना है कि बाकी का काम अब भारत माला प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा. इसके लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाएगा. कांग्रेस ने इस प्रोजेक्ट पर सलाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि पहले से आधे बने हुए एक्सप्रेस वे को सरकार नई पैकेजिंग के साथ पेश कर रही है.
श्रेय लेने की तैयारी में सरकार
कांग्रेस ने नर्मदा एक्सप्रेस वे की रीपैकेजिंग को शिवराज सरकार के श्रेय लेने की तैयारी बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट के नाम पर पुराने एक्सप्रेस की सरकार नई पैकेजिंग कर रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव का कहना है कि आधी सड़कों का निर्माण पहले ही पूरा कर लिया गया है, लेकिन अब इन सड़कों को मिलाकर नए सिरे से बजट मांगा जाएगा और जो काम पूरे हो चुके हैं प्रदेश सरकार उनका भी श्रेय लिए जाने की तैयारी कर रही है.
कहां से कहां तक जाएगा नर्मदा एक्सप्रेस वे
यह एक्सप्रेस वे मध्यप्रदेश के अमरकंटक के कबीर चबूतरा से शुरू होकर गुजरात की सीमा तक बनाया जाएगा. इस एक्सप्रेस वे से रीवा, भोपाल, हरदा, होशंगाबाद, खंडवा, हरसूद, खरगोन, बड़वानी, रतलाम, उज्जैन, देवास की सड़कों को भी जोड़ा जाएगा. नर्मदा एक्सप्रेस-वे में मप्र के अनूपपुर को छत्तीसगढ़ से जोड़ा जाएगा. अलीराजपुर की सड़क को अहमदाबाद तक बढ़ाया जाएगा. इस तरह ये एक्सप्रेस-वे गुजरात से कनेक्ट होगा. इसके बनने के बाद पूर्वी मध्य प्रदेश और पश्चिमी मप्र सीधे जुड़ जाएंगे. इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के 12 स्टेट हाइवे और नेशनल हाइवे को शामिल किया है.नर्मदा एक्सप्रेस वे प्रदेश की सबसे लंबी सड़क होगी.जिससे करीब 12 शहरों को सीधा कनेक्ट किया जाएगा.
ये सड़कें पहले से हैं तैयार
नर्मदा एक्सप्रेस के लिए मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम ने पूरी परियोजना तैयार की है. यह एक्सप्रेस वे अमरकंटक के कबीर चबूतरा से शुरू होकर अलीराजपुर और आगे गुजरात से जोड़ा जाएगा. खास बात यह है कि इस एक्सप्रेस वे की घोषणा पिछले विधानसभा चुनाव के पहले नर्मदा एक्सप्रेस वे की घोषणा की गई थी. अब एक बार फिर इस एक्सप्रेस वे का ऐलान कर दिया गया है, जबकि कांग्रेस का कहना है कि इस प्रोजेक्ट में शामिल आधी से ज्यादा सड़कें पहले से ही बनी हुई हैं. अब सिर्फ 450 किलोमीटर की सड़क बनना बाकी है. ये सड़कें तैयार है.
- जबलपुर से औबेदुल्लागंज- लंबाई 269 किलोमीटर- 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है.
- औबेदुल्लागंज से बुदनी- लंबाई 32 किलोमीटर- रातापानी अभ्यारण से गुजरने वाली सड़क को छोड़ बाकी काम पूरा.
- इंदौर-धार-झाबुआ - लंबाई 175 किलोमीटर- निर्माण कार्य पूर्ण.
इन सड़कों का निर्माण अधूरा
नर्मदा एक्सप्रेस वे से जोड़ी जाने वाली कई सड़कों का काम अभी अधूरा है. इनमें
- कबीर चबूतरा- से- डिंडोरी- लंबाई 76 किलोमीटर- केन्द्र से स्वीकृति मिल चुकी है.
- डिंडौरी -से- जबलपुर- लंबाई- 155 किलोमीटर-36 किलोमीटर की केन्द्र से स्वीकृति मिल चुकी है.
- जबलपुर बायपास -लंबाई 18 किलोमीटर- अभी फैसला नहीं हुआ.
- बुदनी-रेहटी-नसरूल्लागंज, लंबाई 53 किलोमीटर-सड़क निर्माणधीन है.
- नसरूल्लागंज- संदलपुर, लंबाई 365 किलोमीटर- इसके एनएचए होना का ऐलान बाकी है.
- संदलपुर -करनावद, लंबाई 60 किलोमीटर- करनावद से इंदौर 33 किलोमीटर रोड़ का निर्माण जारी.
प्रदेश के एक दर्जन जिलों की बदल जाएगी तस्वीर
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों की तस्वीर बदल जाएगी. प्रोजेक्ट से करीब 30 नेशनल हाइवे, स्टेट हाईवे और जिलों की महत्वपूर्ण सड़कों को जोड़ा जाएगा. इन सड़कों को भारत माला प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया जाएगा. एक्सप्रेस वे के दोनों ओर राईट ऑफ बनाया जाएगा, जो करीब 100 मीटर का होगा.
2696 करोड से विकसित किया जाएगा एक्सप्रेस वे
-भारत माला प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद पहले से तैयार हो चुकी 4 लेन सड़कों का उन्नयन किया जाएगा.
- सड़क के दोनों ओर राईट ऑफ (सर्विस रोड़) बनाई जाएगी, जो करीब 100 मीटर का होगा.
- इसके लिए भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा.
- एक्सप्रेस वे के दोनो ओर आगरा से नोएडा तक बने यमुना एक्सप्रेस वे की तर्ज पर औद्योगिक विकास किया जाएगा.