भोपाल। मध्य प्रदेश में कार्यसमिति की बैठक के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शिवराज सिंह चौहान की जमकर पीठ थपथपाई, उन्होंने सीएम शिवराज को न सिर्फ किसान हितैषी बताया, बल्कि कहा कि उन्होंने कोरोना संक्रमण की परिस्थितियों में भी जनता को राहत पहुंचाई, जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री को जन हितैषी बताते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री किसानों के हित की बात करते हैं, तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश में किसान हितैषी हैं.
एमपी में मुख्यमंत्री बदलने जाने की अटकलों को किया खारिज
जेपी नड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने हर तरह से जनता के हित में काम किया, चाहे किसानों की बात हो, या फिर कोरोना काल की हो, दोनों में शिवराज की जितनी तारीफ की जाए कम है, मध्यप्रदेश में लगातार नेताओं की हो रही बैठकों को लेकर जेपी नड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा, नड्डा ने कहा कि भाजपा में इंटरनेट मीडिया की खबरों से मुख्यमंत्री नहीं बदले जाते, यह संगठन की पार्टी है और यहां संगठन ही चीजें तय करता है, इसके साथ ही नड्डा ने कार्यकर्ताओं को चेतावनी भी दे डाली, कि ऐसा कोई काम ना करें, जिससे पार्टी को नुकसान हो, मतलब साफ था कि उन नेताओं को भी संदेश दिया गया, जो लॉबिंग कर रहे थे.
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कार्यसमिति से हटाए गए नेताओं को भी संदेश
हालांकि इस बार कार्यसमिति में कई बड़े नेताओं को दरकिनार कर दिया गया था, संगठन में इस पर भी चर्चा हुई, इशारों में ऐसे नेताओं से कहा गया कि बीजेपी काडर बेस्ड पार्टी है और यहां पर अनुशासन ही चलता है, मतलब साफ है कि यदि ऐसे लोग अनुशासनहीनता करते हैं, तो उन पर कार्रवाई होगी, इस बार की कार्यसमिति में संगठन का दबदबा चला है, शिवराज सिंह के कई करीबियों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, सबसे चौंकाने वाले नामों में उमा भारती का नाम न होना, जो कि कह चुकी थी कि वह फिर सक्रिय राजनीति में आकर चुनाव लड़ेंगी, लेकिन कार्यसमिति में शामिल ना कर पार्टी ने साफ संदेश दे दिया है कि बीजेपी में व्यक्ति नहीं बल्कि संगठन ही महत्व रखता है.