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बीजेपी के बागी विधायक नारायण त्रिपाठी ने की नई पार्टी के गठन की घोषणा, जानें बड़ी वजह... - विंध्य क्षेत्र में सात जिले और 30 विधानसभा सीटें

मध्य प्रदेश के मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने अलग विंध्य प्रदेश के गठन को लेकर मोर्चा खोल दिया है. इसको लेकर नायारण त्रिपाठी ने नई पार्टी के गठन की भी घोषणा की है. उन्होनें कहा है कि अगर 2023 से पहले विंध्य प्रदेश का गठन नहीं होता है तो थर्ड फ्रंट चुनाव लड़ेगा.

Narayan Tripathi announced formation of new party
नारायण त्रिपाठी ने की नई पार्टी के गठन की घोषणा
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Published : Mar 7, 2022, 4:11 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में अब विंध्य क्षेत्र को अलग राज्य बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. इस मामले में बीजेपी के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी के तो बगावती तेवर सामने आने लगे हैं. वे नई पार्टी के गठन तक की बात कह रहे हैं. मध्य प्रदेश में बीते काफी समय से महाकौशल, विंध्य और बुंदेलखंड को राज्य बनाए जाने की मांग उठती रही है. सबसे पुराने आंदोलन में से एक है बुंदेलखंड पृथक राज्य का आंदोलन. बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने का भरोसा तमाम राजनीतिक दल वर्षों से दिलाते आ रहे हैं, मगर अब तक पृथक राज्य अस्तित्व में नहीं आ पाया है. इसी बीच अब विंध्य प्रदेश की मांग भी उठने लगी है.

विंध्य प्रदेश का नहीं हुआ गठन तो थर्ड फ्रंट लड़ेगा चुनाव

बीजेपी के मैहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक नारायण त्रिपाठी तो अलग राज्य के मुद्दे पर नई पार्टी बनाने जा रहे हैं. उन्होंने विंध्य प्रदेश पुन निर्माण मंच के रीवा में हुए संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन में नई पार्टी के गठन का ऐलान किया. उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस पृथक राज्य के सात जिलों की सभी विधानसभा सीटों पर घर-घर जाकर विंध्य प्रदेश बनाने की चर्चा करेंगे और 2023 से पहले विंध्य प्रदेश का गठन नहीं होता है तो थर्ड फ्रंट चुनाव लड़ेगा. जिस इलाके को विंध्य प्रदेश का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है, उसमें सात जिले और 30 विधानसभा सीटें आती हैं. यह सियासी तौर पर किसी भी दल का गढ़ नहीं रहा है.

बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के 'लेटर बम' से हिली मध्यप्रदेश की सियासत, पूर्व सीएम अर्जुन सिंह को बताया पीएम मोदी के बाद दूसरा नेता

कई उपेक्षित आंदोलन में शामिल होने को तैयार

राजनीतिक गलियारों में जारी चचार्ओं पर गौर किया जाए तो इस आंदोलन में वे सभी लोग शामिल होने के लिए तैयार हैं, जो अपने राजनीतिक दल में उपेक्षित हैं और उनकी महत्वाकांक्षा पूरी नहीं हो पा रही हैं. इस आंदोलन के अगुआ के तौर पर सामने आ रहे बीजेरी के विधायक त्रिपाठी कभी समाजवादी पार्टी में हुआ करते थे. कहा तो यहां तक जा रहा है कि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के नतीजे आने के बाद नई रणनीति पर काम करने वाले हैं. उसकी शुरूआत अलग विंध्य प्रदेश के जरिए करना चाह रहे हैं और नई पार्टी भी उसी रणनीति का हिस्सा भी है.

इनपुट - आईएएनएस

भोपाल। मध्यप्रदेश में अब विंध्य क्षेत्र को अलग राज्य बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. इस मामले में बीजेपी के मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी के तो बगावती तेवर सामने आने लगे हैं. वे नई पार्टी के गठन तक की बात कह रहे हैं. मध्य प्रदेश में बीते काफी समय से महाकौशल, विंध्य और बुंदेलखंड को राज्य बनाए जाने की मांग उठती रही है. सबसे पुराने आंदोलन में से एक है बुंदेलखंड पृथक राज्य का आंदोलन. बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने का भरोसा तमाम राजनीतिक दल वर्षों से दिलाते आ रहे हैं, मगर अब तक पृथक राज्य अस्तित्व में नहीं आ पाया है. इसी बीच अब विंध्य प्रदेश की मांग भी उठने लगी है.

विंध्य प्रदेश का नहीं हुआ गठन तो थर्ड फ्रंट लड़ेगा चुनाव

बीजेपी के मैहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक नारायण त्रिपाठी तो अलग राज्य के मुद्दे पर नई पार्टी बनाने जा रहे हैं. उन्होंने विंध्य प्रदेश पुन निर्माण मंच के रीवा में हुए संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन में नई पार्टी के गठन का ऐलान किया. उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस पृथक राज्य के सात जिलों की सभी विधानसभा सीटों पर घर-घर जाकर विंध्य प्रदेश बनाने की चर्चा करेंगे और 2023 से पहले विंध्य प्रदेश का गठन नहीं होता है तो थर्ड फ्रंट चुनाव लड़ेगा. जिस इलाके को विंध्य प्रदेश का दर्जा दिए जाने की मांग की जा रही है, उसमें सात जिले और 30 विधानसभा सीटें आती हैं. यह सियासी तौर पर किसी भी दल का गढ़ नहीं रहा है.

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कई उपेक्षित आंदोलन में शामिल होने को तैयार

राजनीतिक गलियारों में जारी चचार्ओं पर गौर किया जाए तो इस आंदोलन में वे सभी लोग शामिल होने के लिए तैयार हैं, जो अपने राजनीतिक दल में उपेक्षित हैं और उनकी महत्वाकांक्षा पूरी नहीं हो पा रही हैं. इस आंदोलन के अगुआ के तौर पर सामने आ रहे बीजेरी के विधायक त्रिपाठी कभी समाजवादी पार्टी में हुआ करते थे. कहा तो यहां तक जा रहा है कि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के नतीजे आने के बाद नई रणनीति पर काम करने वाले हैं. उसकी शुरूआत अलग विंध्य प्रदेश के जरिए करना चाह रहे हैं और नई पार्टी भी उसी रणनीति का हिस्सा भी है.

इनपुट - आईएएनएस

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