भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई एक एडवाइजरी पर बीजेपी ने सवाल खड़े किए हैं. इस मामले पर दोनों पार्टियों की तरफ से लागातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. बीजेपी का कहना है कि स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है, तो वहीं कांग्रेस ने इसे बीजेपी की तरफ से दिया गया हास्यास्पद बयान बताया है.
भीषण गर्मी और जल संकट की स्थिति को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने हर साल की तरह इस साल भी एक एडवाइजरी जारी की है. जिसमें प्रदेश के सभी कलेक्टर और एसपी से कहा गया है कि सरकार द्वारा होने वाले जल वितरण और पानी के स्रोतों पर पुलिस बल लगाया जाए, ताकि कोई कानून-व्यवस्था की स्थिति ना बिगड़ सके. लेकिन सरकार के इस आदेश पर भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा है, कि यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है बिजली के लिए सरकार को इंटेलिजेंस की मदद लेनी पड़ रही है, तो पानी के लिए पुलिस का पहरा लगाना पड़ रहा है. जन समस्याएं निपटाने के लिए सरकार को सड़क पर उतरना होता है. आखिर सरकार चाहती क्या है, कमलनाथ अगर नहीं संभाल पा रहे हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
वहीं कांग्रेस का कहना है कि सरकार के इस कदम पर भाजपा द्वारा सवाल उठाए जाने से साफ है कि भाजपा चाहती है कि कानून-व्यवस्था की स्थिति गड़बड़ हो, इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि बड़े पैमाने पर पानी का संकट है. बड़ा बचकाना और हास्यास्पद बयान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने दिया है, जो खुद भी सांसद हैं.