भोपाल। वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही कमलनाथ सरकार एक बार फिर बाजार से एक हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है, ये राशि विकास परियोजनाओं और वित्तीय गतिविधियों में लगाई जाएगी. सरकार के फिर से कर्ज लेने पर पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. सारंग ने कहा कि कांग्रेस नेता सरकार के जरिए अपने एशो-आराम के लिए लगातार कर्ज ले रहे हैं.
विश्वास सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकारें पहले भी लोन लेती रही है. उसका उपयोग प्रदेश के विकस कार्यों में होता था. अब कांग्रेस नेता सरकार के जरिए अपने एशो-आराम के लिए लगातार कर्ज ले रहे हैं. सरकार ने सड़क बनाने का काम बंद कर दिया, पिछली सरकार से एक यूनिट बिजली भी ज्यादा उत्पादित नहीं की. किसानों का कर्ज माफ नहीं किया, किसानों को यूरिया उपलब्ध नहीं कराया. रोजगार के नए अवसर उपलब्ध नहीं कराए. फिर भी कर्ज लिया जा रहा है.
बीजेपी विधायक ने कहा कि सरकार केवल आईफा अवार्ड जैसे ग्लेमर कार्यक्रमों और मंत्रियों के बंगलों के रिनोवेशन के लिए कर्ज ले रही है. इसके पहले भी सरकार साल भर में 19 हजार 600 करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है. इसे मिलाकर प्रदेश के ऊपर कर्ज लगभग दो लाख करोड़ रुपए हो चुका है. बताया जा रहा है कि केंद्रीय करों में 14 हजार 233 करोड़ रुपए की कटौती होने के बाद सरकार का वित्तीय प्रबंधन गड़बड़ा गया है.