भोपाल। शिवपुरी जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा नेता प्रीतम सिंह लोधी ने ब्राह्मणों व कथावाचकों पर विवादास्पद बयान दिया तो पूरे प्रदेश में विरोध के स्वर सुनाई देने लगे. बीजेपी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और प्रीतम लोधी को पार्टी से बाहर कर दिया. विवादास्पद बयान का विरोध बढ़ा तो बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रीतम लोधी को तुरंत भोपाल तलब किया. इसके बाद प्रीतम लोधी ने माफी मांगी. लेकिन बीजेपी इस सफाई से संतुष्ट नजर नहीं आई और उन्हें पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
माफी मांगना काम न आया : दरअसल, प्रीतम लोधी के बयान के मामला तूल पकड़ने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने बंगले पर तलब किया था, जहां फटकार सुनने के बाद उन्होंने माफी मांगी. सार्वजनिक रूप से मांगी मांगते हुए प्रीतम लोधी ने कहा "जो बात मैंने बोली है वह काट छांट कर पेश की गई है. ब्राह्मण समाज के लिए जो मैंने शब्द बोले उसके लिए मैं माफी चाहता हूं. ब्राह्मण समाज को ठेस पहुंची, इसके लिए मैं शर्मिंदा हूं और अपने आप को अपराधी महसूस कर रहा हूं."
विवादास्पद बयान पर भड़का ब्राह्मण समाज : बीजेपी नेता द्वारा विवादास्पद देने के बाद मध्यप्रदेश के लगभग सभी जिलों में ब्राह्मणों में आक्रोश फैल गया. मध्यप्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ में विरोध होने लगा. कई जगहों पर ब्राह्मणों ने रैली निकालकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. ब्राह्मणों ने प्रीतम लोधी को पार्टी से बाहर करने की मांग की. इतना ही नहीं कड़ी कार्रवाई नहीं करने पर बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतने की चेतावनी भी दी.
क्या है मामला : शिवपुरी में वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की 191वीं जयंती पर शिवपुरी के बदरवास के खरैह गांव में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था. कार्यक्रम पंच-सरपंच, जनपद सदस्य व जिला पंचायत सदस्यों सहित छात्रों के सम्मान को लेकर रखा गया था. कार्यक्रम में भाजपा नेता प्रीतम सिंह लोधी ने मंच से ब्राह्मणों के लिए काफी अपमानजनक शब्द कहे. प्रीतम सिंह लोधी का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. प्रीतम सिंह लोधी का कहना था ''कथा वाचन के दौरान, नौ दिन तक ब्राह्मण पूरे गांव से सामान-दक्षिणा लेते हैं और नौ दिन बाद रफूचक्कर हो जाते हैं. प्रीतम सिंह ने यहां तक कह दिया कि यह नौ दिन तक लोगों को उल्लू बनाने और बातें करने के 25 से 50 हजार रुपये भी लेते हैं. ब्राह्मण देख लेते हैं कि सुंदर महिलाएं किस घर में हैं. उन्हीं घर के लोगों के नाम माइक से लेकर कहते हैं कि महाराज आज शाम का भोजन आपके यहीं करेंगे. इसके बाद वह व्यक्ति उसकी बातों में पागल बनकर घर की सफाई करता है. पकवाना बनवाता है. ब्राह्मण उनके घर जाकर खाना तो खाते हैं, लेकिन उसकी नजर कहीं और भी होती है''.