भोपाल। पैगासस फोन टेप मामले में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल का भी फोन टेप किए जाने का मामला सामने आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल में हाल ही मेंं शामिल हुए अश्विनी वैष्णव का भी फोन टेप किए जाने की बात सामने आ रही है. ईटीवी भारत ने इस संबंध में मध्य प्रदेश के बड़े नेता और केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्वलाद पटेल से बात करने की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. आपको बता दें कि पेगासस इजरायल की सॉफ्टवेयर कंपनी है. यह कंपनी सिर्फ सरकार और सरकारी एजेंसियों को ही सॉफ्टवेयर बेचती है. भारत में सरकार पर पैगासस के साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर कई बड़े नेताओं के फोन टैप कराने के आरोप लगे हैं.
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Modi Govt Guilty of “TREASON”
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Modi Govt’s Spyware Has “Dismantled National Security”
Snooping of Shri Rahul Gandhi
Sack Home Minister, Amit Shah & Inquire into Prime Minister’s Role
BJP = भारतीय जासूस पार्टी
अबकी बार… देशद्रोही - जासूस सरकार
Our Statement-: pic.twitter.com/8bmzYE9ebp
">Modi Govt Guilty of “TREASON”
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 19, 2021
Modi Govt’s Spyware Has “Dismantled National Security”
Snooping of Shri Rahul Gandhi
Sack Home Minister, Amit Shah & Inquire into Prime Minister’s Role
BJP = भारतीय जासूस पार्टी
अबकी बार… देशद्रोही - जासूस सरकार
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 19, 2021
Modi Govt’s Spyware Has “Dismantled National Security”
Snooping of Shri Rahul Gandhi
Sack Home Minister, Amit Shah & Inquire into Prime Minister’s Role
BJP = भारतीय जासूस पार्टी
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प्रह्लाद पटेल के करीबियों के फोन टैप होने का शक
लीक हुए डेटाबेस पर नंबरों से जुड़े फोन पर फोरेंसिक रूप से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि प्रह्लाद पटेल और अश्विनी वैष्णव की फोन टैपिंग के लिए पेगासस को विशेष रूप से लगाया गया था या नहीं, लेकिन फोन टैपिंग को लेकर जो डेटाबेस जारी किया गया है उसके मुताबिक प्रह्लाद पटेल की विशेष तौर पर निगरानी हो रही थी. क्योंकि पटेल के फोन के जारी डाटाबेस के मुताबिक फोन टैपिंग के सूची में उनकी पत्नी के फोन नंबर शामिल हैं, इसके अलावा उनके कम से कम 15 करीबी सहयोगी, जिनमें उनके निजी सचिव, दमोह में राजनीतिक और कार्यालय के सहयोगी और यहां तक कि उनके रसोइये और माली भी शामिल हैं, जो निगरानी की जद में आते हैं. हालांकि दोनों केंद्रीय मंत्रियों के जिन फोन नंबरों का जो रिकॉर्ड जारी किया गया है उसके मुताबिक यह साफ नहीं किया गया है कि ये फोन अब भी उपयोग किए जा रहे हैं या नहीं.
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जानबूझकर मानसून सत्र के समय सदन को disrupt करने और देश में बेबुनियाद agenda खड़ा करने की कोशिश की जा रही है और इसका कारण यह है कि कांग्रेस पार्टी अब सिमट रही है और हार रही है। pic.twitter.com/2HpsPA4Hwc
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) July 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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लोकसभा चुनावों से पहले हुई फोन हैकिंग
रविवार को वाशिंगटन पोस्ट ने एक लिस्ट जारी करते हुए कहा था कि भारत में 40 से अधिक पत्रकारों, बिजनेस मैन, अधिकारियों और नेताओं के फोन हैक करने और टैप किए जाने का खुलासा किया था. वाशिंगटन पोस्ट ने यह भी बताया था कि यह फोन हैकिं इजरायल की पैगासस कंपनी के साफ्टवेयर के जरिए की गई है. इसमें इन नंबरों को 2019 के लोकसभा चुनाव से 2018-2019 के बीच निशाना बनाया गया था. इस मुद्दे को लेकर आज लोकसभा और राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. विपक्ष जांच की मांग कर रहा है.
राज्यसभा में पूरे मुद्दे पर जवाब दे रहे अश्विनी वैष्णव का भी नाम
इस मुद्दे पर राज्यसभा में सरकार की तरफ से आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब देते हुए कहा था कि इस मामले में सरकार का कोई हाथ नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि इससे कुछ गलत भी नहीं है, लेकिन इसके कुछ ही घंटे के बाद जो लिस्ट सामने आईे, उसमें उनका नाम भी सामने आया.
राज्यसभा में पूरे मुद्दे पर जवाब दे रहे अश्विनी वैष्णव का भी नाम
इस मुद्दे पर राज्यसभा में सरकार की तरफ से आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब देते हुए कहा था कि इस मामले में सरकार का कोई हाथ नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि इससे कुछ गलत भी नहीं है, लेकिन इसके कुछ ही घंटे के बाद जो लिस्ट सामने आईे, उसमें उनका नाम भी सामने आया. इनके अलावा तीन बड़े विपक्षी नेता, मोदी सरकार में दो केंद्रीय मंत्री, सुरक्षा एजेंसियों के मौजूदा और पूर्व प्रमुख , अधिकारी, बिजनेसमैन भी शामिल हैं. इनके अलावा तीन बड़े विपक्षी नेता, मोदी सरकार में दो केंद्रीय मंत्री, सुरक्षा एजेंसियों के मौजूदा और पूर्व प्रमुख , अधिकारी, बिजनेसमैन भी शामिल हैं.
इन नेताओं का आया फोन टैपिंग में नाम
भारत सरकार और सरकारी एजेंसियों पर जिन नेताओं के फोन टैप कराने के आरोप लग रहे हैं उनमें विपक्ष के नेताओं के साथ ही केंद्रीय मंत्री मंडल में शामिल कई कैबिनेट मंत्रियों के भी फोन टैप कराए जा रहे थे. इनमें मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता और केंद्र में संस्कृति एंव पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल का नाम प्रमुखता से शामिल हैं. पटेल मध्यप्रदेश के दमोह से लोकसभा सांसद हैं और मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हैं. मोदी सरकार पर अपने ही नेताओं और मंत्रियों के भी फोन टैप कराने का आरोप लग रहा है. इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, आईटी और रेल मंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिजीत बनर्जी, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त अशोक लवासा समेत कई नेताओं के नाम इस फोन टेप की लिस्ट में शामिल हैं.