भोपाल। मुश्किलें चाहे कितनी ही क्यों ना हों, जज्बे से उसे पार किया जा सकता है. ये बात सच कर दिखाई है उन 15 महिला बाइक राइडर्स ने, जिन्होंने 6 दिन बाइक चलाकर करीब 1500 किलोमीटर का सफर तय किया. मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से 19 नवंबर 2020 को राजधानी भोपाल से शुरू की गई महिला बाइक राइडर्स का सफर मढ़ई, पेंच, कान्हा, बांधवगढ़, मैहर, पन्ना और खजुराहो से होते हुए सांची के रास्ते भोपाल आकर खत्म हुआ. मध्य प्रदेश में पर्यटन के को बढ़वा देने के लिए 'टाइग्रेस ऑन द ट्रेल' का आयोजन किया गया, जिसमें शामिल देश भर की महिला बाइक राइडर्स ने ETV Bharat के साथ अपने 1500 किलोमीटर के सफर का अनुभव शेयर किया.
सुरभि भदौरिया
अपने सफर के बारे में राइडर सुरभि भदौरिया ने बताया कि, यह उनके लिए एक बहुत अच्छा मौका था. महिला पर्यटकों को इससे बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि, महिलाओं के लिए पर्यटन के लिहाज से मध्य प्रदेश बहुत सुरक्षित है. वे जहां- जहां भी गईं, बहुत ही अच्छी प्रतिक्रिया मिली. लोगों ने सराहा. सुरभि की उम्र 41 साल है और उन्हें मध्य प्रदेश, गोवा राजस्थान के कई क्षेत्रों में करीब 5 हजार किलोमीटर के सफर का अनुभव है. इस उम्र में भी बाइक चलाकर इतना लंबा सफर करने को लेकर सुरभि कहती है कि, 'मुझे नहीं लगता कि उम्र किसी भी बात के आड़े आ सकती है, हम आज भी 20 साल की लड़की की तरह ही हैं और इतनी ही ऊर्जा हममें अब भी है'.
पूजा विक्रम
पटना की बाइक राइडर 30 साल की पूजा विक्रम ने अपने अनुभव के बारे में बताया कि, 15 महिलाओं के ग्रुप में ये सफर करना काफी खुशनुमा रहा. सभी उम्र और अनुभव हासिल की हुई राइडर्स थी, ऐसे में काफी कुछ सीखने को मिला. छोटे-छोटे टिप्स सीखे, एक सेफ राइडर बनने के कई गुण मिले. उन्होंने कहा कि, मध्यप्रदेश लड़कियों के लिए सुरक्षित है, यहां आकर आराम से घूम सकती हैं. बता दें पूजा को दिल्ली, राजस्थान और बिहार के क्षेत्रों में लगभग 3 हजार किलोमीटर बाइक राइडिंग का अनुभव है.
अनुष्का जैन
इस ग्रुप की सबसे छोटी बाइक राइडर 21 साल अनुष्का जैन ने कहा कि, लड़कियों की सुरक्षा के कारण माता-पिता इस तरह की ट्रिप पर भेजने से डरते हैं, लेकिन हमारी इस ट्रिप के बाद ये संदेश जरूर जाएगा कि, चाहे लड़की अकेले हो, या समूह में. वह लड़कों से कम नहीं है. अब धीरे-धीरे बदलाव हो रहा है.
कोरोना काल में कितना सुरक्षित पर्यटन ?
बता दें कि, कोविड-19 के कारण पर्यटन के क्षेत्र में बहुत नुकसान हुआ है और लोग अभी भी ज्यादा घूमने से बच रहे हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग ने इस "टाइग्रेस ऑन द ट्रेल" का आयोजन किया, ताकि लोगों और खासकर महिलाओं में यह संदेश जा सके कि, मध्य प्रदेश में पर्यटन काफी सुरक्षित है और यहां आसानी से पर्यावरण के बीच रहकर नेचर का लुफ्त उठाया जा सकता है.