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Rooftop Solar Energy: MP में 4000 घरों में पैदा हो रही बिजली, राजधानी भोपाल सबसे आगे - मध्य प्रदेश में रूफटॉप सोलर पैनल से बनाई जा रही बिजली

रूफटॉप सोलर एनर्जी (Rooftop Solar Energy) को लेकर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश के करीब 4000 घर (Four thousand House) सोलर एनर्जी से रोशन हो रहे हैं. भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल संभाग के घरों की छतों पर 8.23 मेगावाट की बिजली (Electricity) पैदा हो रही है.

Rooftop Solar Energy
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Published : Sep 14, 2021, 7:34 PM IST

भोपाल(Bhopal)। रूफटॉप सोलर एनर्जी (Rooftop Solar Energy) को लेकर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश के करीब 4000 घर (Four thousand House) सोलर एनर्जी से रोशन हो रहे हैं. भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल संभाग के घरों की छतों पर 8.23 मेगावाट (8.23 MW) बिजली पैदा हो रही है. वहीं संस्थानों और कमर्शियल बिल्डिंग को मिलाकर देखें तो भोपाल में ही 58 मेगावाट बिजली (Electricity) पैदा हो रही है. इस मामले में राजधानी भोपाल देश के टॉप-5 शहरों में शामिल है.

प्रदेश के 4 संभागों में सबसे ज्यादा रूफटॉप सोलर पैनल

मध्य प्रदेश में घरों में रूफटॉप लगाने का जिम्मा विद्युत वितरण कंपनियों को सौंपा गया है. प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में सबसे ज्यादा रूफटॉप सोलर पैनल मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने लगाए गए हैं. इस कंपनी के भोपाल, नर्मदा पुरम, ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में सबसे ज्यादा 2674 घर सोलर एनर्जी से रोशन हो रहे हैं. इनसे 8.23 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है.

पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने 245 घरों में रूफटॉप सोलर पैनल लगाए हैं जबकि 450 लोगों ने घरों में सोलर पैनल लगाने के लिए आवेदन दिए हैं. वहीं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में 1073 लोगों ने सोलर पैनल के लिए आवेदन दिए, जबकि इतने ही घरों में सोलर पैनल लगाए भी जा चुके हैं.

4000 घरों में पैदा हो रही बिजली
4000 घरों में पैदा हो रही बिजली

देश के टॉप-5 शहरों में भोपाल शामिल

घर-दफ्तर की छत पर बिजली पैदा करने के मामले में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल देश के टॉप-5 शहरों में शामिल है. बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद के बाद भोपाल में सबसे ज्यादा 58 मेगावाट बिजली घरों पर पैदा हो रही है. बेंगलुरु में 140 मेगा वाट, मुंबई में 80 मेगावाट, दिल्ली में 73 मेगावाट, अहमदाबाद में 85 मेगावाट बिजली रूफटॉप सोलर पैनल से पैदा हो रही है.

सावधान! गुजरात से हो रही है अवैध बायोडीजल की सप्लाई, एथेनॉल मिला पेट्रोल बेचकर आम आदमी को लगाया जा रहा है चूना

रूफटॉप सोलर पैनल में आता है इतना खर्च

मध्य प्रदेश में रूफटॉप सोलर पैनल को लेकर रुझान तेजी से बढ़ रहा है. रूफटॉप सोलर पैनल लगाने में एक से 3 किलोवाट तक प्रति किलोवाट 37000 रुपए का खर्च आता है. इसी तरह यदि आप 3 से 10 किलोवाट तक के सोलर पैनल लगाना चाहते हैं, तो प्रति किलोवाट 39800 का खर्चा आता है. इसी तरह 10 किलोवाट से ऊपर 100 किलोवाट तक प्रति किलोवाट 36500 रुपए का खर्चा आता है. इस तरह यदि 3 किलोवाट का रूफटॉप सोलर पैनल लगवाना है तो उसके लिए करीब एक लाख का खर्च आएगा.

प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी का बढ़ रहा ग्राफ

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग कहते हैं कि प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश के ओम्कारेश्वर में विश्व का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पार्क स्थापित किया जा रहा है. इसके अलावा आगर, शाजापुर और नीमच में 1500 मेगावाट की सौर परियोजनाएं स्थापित करने के काम किए जा रहे हैं. मंत्री हरदीप सिंह कहते हैं कि प्रदेश में रूफटॉप सोलर पैनल को लेकर भी लोगों का रुझान बढ़ रहा है.

भोपाल(Bhopal)। रूफटॉप सोलर एनर्जी (Rooftop Solar Energy) को लेकर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश के करीब 4000 घर (Four thousand House) सोलर एनर्जी से रोशन हो रहे हैं. भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल संभाग के घरों की छतों पर 8.23 मेगावाट (8.23 MW) बिजली पैदा हो रही है. वहीं संस्थानों और कमर्शियल बिल्डिंग को मिलाकर देखें तो भोपाल में ही 58 मेगावाट बिजली (Electricity) पैदा हो रही है. इस मामले में राजधानी भोपाल देश के टॉप-5 शहरों में शामिल है.

प्रदेश के 4 संभागों में सबसे ज्यादा रूफटॉप सोलर पैनल

मध्य प्रदेश में घरों में रूफटॉप लगाने का जिम्मा विद्युत वितरण कंपनियों को सौंपा गया है. प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में सबसे ज्यादा रूफटॉप सोलर पैनल मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने लगाए गए हैं. इस कंपनी के भोपाल, नर्मदा पुरम, ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में सबसे ज्यादा 2674 घर सोलर एनर्जी से रोशन हो रहे हैं. इनसे 8.23 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है.

पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने 245 घरों में रूफटॉप सोलर पैनल लगाए हैं जबकि 450 लोगों ने घरों में सोलर पैनल लगाने के लिए आवेदन दिए हैं. वहीं पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में 1073 लोगों ने सोलर पैनल के लिए आवेदन दिए, जबकि इतने ही घरों में सोलर पैनल लगाए भी जा चुके हैं.

4000 घरों में पैदा हो रही बिजली
4000 घरों में पैदा हो रही बिजली

देश के टॉप-5 शहरों में भोपाल शामिल

घर-दफ्तर की छत पर बिजली पैदा करने के मामले में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल देश के टॉप-5 शहरों में शामिल है. बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद के बाद भोपाल में सबसे ज्यादा 58 मेगावाट बिजली घरों पर पैदा हो रही है. बेंगलुरु में 140 मेगा वाट, मुंबई में 80 मेगावाट, दिल्ली में 73 मेगावाट, अहमदाबाद में 85 मेगावाट बिजली रूफटॉप सोलर पैनल से पैदा हो रही है.

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रूफटॉप सोलर पैनल में आता है इतना खर्च

मध्य प्रदेश में रूफटॉप सोलर पैनल को लेकर रुझान तेजी से बढ़ रहा है. रूफटॉप सोलर पैनल लगाने में एक से 3 किलोवाट तक प्रति किलोवाट 37000 रुपए का खर्च आता है. इसी तरह यदि आप 3 से 10 किलोवाट तक के सोलर पैनल लगाना चाहते हैं, तो प्रति किलोवाट 39800 का खर्चा आता है. इसी तरह 10 किलोवाट से ऊपर 100 किलोवाट तक प्रति किलोवाट 36500 रुपए का खर्चा आता है. इस तरह यदि 3 किलोवाट का रूफटॉप सोलर पैनल लगवाना है तो उसके लिए करीब एक लाख का खर्च आएगा.

प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी का बढ़ रहा ग्राफ

नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग कहते हैं कि प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश के ओम्कारेश्वर में विश्व का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पार्क स्थापित किया जा रहा है. इसके अलावा आगर, शाजापुर और नीमच में 1500 मेगावाट की सौर परियोजनाएं स्थापित करने के काम किए जा रहे हैं. मंत्री हरदीप सिंह कहते हैं कि प्रदेश में रूफटॉप सोलर पैनल को लेकर भी लोगों का रुझान बढ़ रहा है.

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