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भोपाल: पीएम केयर फंड से अस्पतालों को मिले घटिया वेंटिलेटर, कांग्रेस ने कहा खरीदी की हो जांच

कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए राजधानी के हमीदिया हॉस्पिटल में पीएम केयर फंड से 48 वेंटिलेटर भेजे गए,जेपी हॉस्पिटल में 10 वेंटिलेटर भेज गए, लेकिन ये बेहद घटिया क्वालिटी के हैं. इनमें से कुछ खराब हैं तो कुछ काम ही नहीं कर रहे. पीएम केयर फंड से खरीदे गए इन वेंटिलेटर्स को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं.

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Published : May 4, 2021, 5:28 PM IST

Updated : May 4, 2021, 6:21 PM IST

भोपाल पीएम केयर फंड से अस्पतालों को मिले घटिया वेंटिलेटर
bhopal hospital gets ventilator from pm care fund

भोपाल। कोरोना संक्रमण को थामने के लिए सरकार की कोशिशें तो जारी हैं, लेकिन हकीकत में ये कोशिशें संक्रमितों को कोई मदद नहीं पहुंचा पा रही है. मरीज ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, जरूरी दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं और व्यवस्थाओं से हार मानकर दम भी तोड़ रहे हैं. कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए राजधानी के हमीदिया हॉस्पिटल और जेपी हॉस्पिटल में पीएम केयर फंड से 48 वेंटिलेटर भेजे गए, लेकिन ये बेहद घटिया क्वालिटी के हैं. इनमें से कुछ खराब हैं तो कुछ काम ही नहीं कर रहे.

भोपाल पीएम केयर फंड से अस्पतालों को मिले घटिया वेंटिलेटर

20 वेंटिलेटर मिले 8 खराब
प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत रुकने का नाम नहीं ले रही.सरकार राहत देने के तमाम दावे कर रही है, लेकिन ये दावे हकीकत में कितने सच साबित हो पा रहे हैं इसकी सच्चाई आपको राजधानी भोपाल के ही सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया हॉस्पिटल में दिख जाएगी. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 20 वेंटिलेटर भेजे गए थे. इनमें से 8 वेंटिलेटर खराब निकले.पिछले 2 दिन से तकरीबन 8 वेंटिलेटर्स में शिकायतें आई है. जिससे ऐसे मरीज जिन्हें वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहे हैं उन्हें हाई फ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट पर शिफ्ट करना पड़ता है. लेकिन इसमें हुई देरी से कई मरीज मौत का शिकार बन रहे हैं.

भोपाल पीएम केयर फंड से अस्पतालों को मिले घटिया वेंटिलेटर

वेंटिलेटर नहीं चला, मरीज की हुई मौत

सीहोर जिले से एक कोरोना संक्रमित मरीज को हमीदिया रेफर किया गया था. मरीज जब यहां तो ज्यादातर वेंटिलेटर भरे हुए थे. इसके बाद मरीज को पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर पर शिफ्ट करने की कोशिश की गई, लेकिन वेंटिलेटर खराब निकला और चला ही नहीं. इसके बाद आनन फानन में हॉस्पिटल के स्टाफ दूसरा वेंटिलेटर ढूंढने निकला. लेकिन हॉस्पिटल में ही मौजूद दूसरे वेंटिलेटर को ढूंढने में ही आधे घंटे से ज्यादा वक्त लग गया, इसका नतीजा यह हुआ कि मरीज को समय पर इलाज न मिलने से उसकी मौत हो गई.

  • हमीदिया अस्पताल में पीएम केयर फंड से खरीदा गया वेंटिलेटर ईलाज के दौरान बंद हो गया....

    तो क्या यह देश मान ले की पीएम केयर फंड में माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi घोटाला कर दिया और देश के नागरिकों की जान खतरे में डाल दी...!!
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    — P C Sharma (@pcsharmainc) May 4, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भोपाल : हमीदिया हॉस्पिटल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने मनाया कोरोना पेशेंट का जन्मदिन

दूसरे वार्डों में भर्ती मरीज भी हुए परेशान
खराब वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने से ऑक्सीजन सप्लाई प्लांट पर भी असर पड़ा जिससे वह कुछ देर के लिए बंद हो गया. इससे दूसरे वार्डों में भर्ती गंभीर मरीजों को फेंफड़े में पानी भरना, कफ जमना, पेट में सेप्टिक इंफेक्शन होना जैसी समस्याएं होने लगी. काफी देर तक हॉस्पिटल का स्टाफ भी ऑक्सीजन सक्शन प्लांट खराब होने से परेशान होता रहा. क्योंकि मरीजों के फेफड़ों में जमा कफ और पानी सक्शन प्लांट की मदद से ही बाहर निकाला जाता है, लेकिन काफी देर तक मरीजों को यह परेशानी झेलनी पड़ी.

सरकार का दावा सबकुछ चंगा सी
डॉक्टर्स का कहना है कि खराब वेंटिलेटर की वजह से ऑक्सीजन सक्शन प्लांट में खराबी आ रही है. जिससे मरीजों को हाई फ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम पर शिफ्ट करना पड़ता है. इसी देरी की वजह से मरीजों की मौत हो रही है. जबकि सरकार कह रही है प्रदेश में प्रदेश के अस्पतालों में सब कुछ ठीक है. हमीदिया में खराब वेंटिलेटर्स भेजे जाने के मामले पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर हमीदिया प्रबंधन से बात की है, लेकिन प्रबंधन का कहना है कि कोई भी वेंटिलेटर खराब नहीं है और मरीजों को सही इलाज मिल रहा है. वेंटिलेटर खराब होने के चलते किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. वहीं कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने ट्वीट कर इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. शर्मा ने अपने ट्वीट में कहा है कि पीएम केयर्स फंड में जो वेंटिलेटर्स मंगाए गए हैं वह बेहद घटिया हैं, इनकी खरीदी की जांच होना चाहिए.

भोपाल। कोरोना संक्रमण को थामने के लिए सरकार की कोशिशें तो जारी हैं, लेकिन हकीकत में ये कोशिशें संक्रमितों को कोई मदद नहीं पहुंचा पा रही है. मरीज ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, जरूरी दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं और व्यवस्थाओं से हार मानकर दम भी तोड़ रहे हैं. कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए राजधानी के हमीदिया हॉस्पिटल और जेपी हॉस्पिटल में पीएम केयर फंड से 48 वेंटिलेटर भेजे गए, लेकिन ये बेहद घटिया क्वालिटी के हैं. इनमें से कुछ खराब हैं तो कुछ काम ही नहीं कर रहे.

भोपाल पीएम केयर फंड से अस्पतालों को मिले घटिया वेंटिलेटर

20 वेंटिलेटर मिले 8 खराब
प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत रुकने का नाम नहीं ले रही.सरकार राहत देने के तमाम दावे कर रही है, लेकिन ये दावे हकीकत में कितने सच साबित हो पा रहे हैं इसकी सच्चाई आपको राजधानी भोपाल के ही सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया हॉस्पिटल में दिख जाएगी. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 20 वेंटिलेटर भेजे गए थे. इनमें से 8 वेंटिलेटर खराब निकले.पिछले 2 दिन से तकरीबन 8 वेंटिलेटर्स में शिकायतें आई है. जिससे ऐसे मरीज जिन्हें वेंटिलेटर नहीं मिल पा रहे हैं उन्हें हाई फ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट पर शिफ्ट करना पड़ता है. लेकिन इसमें हुई देरी से कई मरीज मौत का शिकार बन रहे हैं.

भोपाल पीएम केयर फंड से अस्पतालों को मिले घटिया वेंटिलेटर

वेंटिलेटर नहीं चला, मरीज की हुई मौत

सीहोर जिले से एक कोरोना संक्रमित मरीज को हमीदिया रेफर किया गया था. मरीज जब यहां तो ज्यादातर वेंटिलेटर भरे हुए थे. इसके बाद मरीज को पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर पर शिफ्ट करने की कोशिश की गई, लेकिन वेंटिलेटर खराब निकला और चला ही नहीं. इसके बाद आनन फानन में हॉस्पिटल के स्टाफ दूसरा वेंटिलेटर ढूंढने निकला. लेकिन हॉस्पिटल में ही मौजूद दूसरे वेंटिलेटर को ढूंढने में ही आधे घंटे से ज्यादा वक्त लग गया, इसका नतीजा यह हुआ कि मरीज को समय पर इलाज न मिलने से उसकी मौत हो गई.

  • हमीदिया अस्पताल में पीएम केयर फंड से खरीदा गया वेंटिलेटर ईलाज के दौरान बंद हो गया....

    तो क्या यह देश मान ले की पीएम केयर फंड में माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi घोटाला कर दिया और देश के नागरिकों की जान खतरे में डाल दी...!!
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    — P C Sharma (@pcsharmainc) May 4, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भोपाल : हमीदिया हॉस्पिटल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने मनाया कोरोना पेशेंट का जन्मदिन

दूसरे वार्डों में भर्ती मरीज भी हुए परेशान
खराब वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने से ऑक्सीजन सप्लाई प्लांट पर भी असर पड़ा जिससे वह कुछ देर के लिए बंद हो गया. इससे दूसरे वार्डों में भर्ती गंभीर मरीजों को फेंफड़े में पानी भरना, कफ जमना, पेट में सेप्टिक इंफेक्शन होना जैसी समस्याएं होने लगी. काफी देर तक हॉस्पिटल का स्टाफ भी ऑक्सीजन सक्शन प्लांट खराब होने से परेशान होता रहा. क्योंकि मरीजों के फेफड़ों में जमा कफ और पानी सक्शन प्लांट की मदद से ही बाहर निकाला जाता है, लेकिन काफी देर तक मरीजों को यह परेशानी झेलनी पड़ी.

सरकार का दावा सबकुछ चंगा सी
डॉक्टर्स का कहना है कि खराब वेंटिलेटर की वजह से ऑक्सीजन सक्शन प्लांट में खराबी आ रही है. जिससे मरीजों को हाई फ्लो ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम पर शिफ्ट करना पड़ता है. इसी देरी की वजह से मरीजों की मौत हो रही है. जबकि सरकार कह रही है प्रदेश में प्रदेश के अस्पतालों में सब कुछ ठीक है. हमीदिया में खराब वेंटिलेटर्स भेजे जाने के मामले पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर हमीदिया प्रबंधन से बात की है, लेकिन प्रबंधन का कहना है कि कोई भी वेंटिलेटर खराब नहीं है और मरीजों को सही इलाज मिल रहा है. वेंटिलेटर खराब होने के चलते किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. वहीं कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने ट्वीट कर इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाते हुए प्रदेश की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. शर्मा ने अपने ट्वीट में कहा है कि पीएम केयर्स फंड में जो वेंटिलेटर्स मंगाए गए हैं वह बेहद घटिया हैं, इनकी खरीदी की जांच होना चाहिए.

Last Updated : May 4, 2021, 6:21 PM IST
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