ETV Bharat / city

Nishank Rathore Case: निशांक राठौर की PM Report में चौंकाने वाले खुलासे, ड्रग्स का आदी था B.Tech स्टूडेंट

भोपाल के बीटेक स्टूडेंट निशांक राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसकी मौत ट्रेन से पैर कटने के बाद अधिक खून बह जाने की वजह हुई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि छात्र के शरीर पर किसी रस्सी या तार से बांधे जाने के निशान नहीं मिले हैं. इधर, एसआईटी की जांच में यह बात सामने आई है कि दो सालों में निशांक केवल 28 दिन ही कॉलेज गया था. वह ड्रग एडिक्ट हो चुका था, जिसके चलते उसने मोबाइल ऐप और सभी दोस्तों से रुपए उधार लिए थे. निशांक राठौर की मौत के मामले में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के लेनदेन की बात भी सामने आई है. (Bhopal Btech Student Nishank Rathore) (Nishank Rathore Post Mortem Report)

Nishank Rathore PM Report
निशांक राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट
author img

By

Published : Jul 31, 2022, 11:29 AM IST

Updated : Jul 31, 2022, 11:48 AM IST

भोपाल। निशांक राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि उसने आत्महत्या ही की थी. जहां तक सवाल है कि उसके पिता के यह कहने का कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्थिति भी साफ हो गई है. निशांक ने अपने पिता को जो मैसेज किया था उसकी वजह से इस पूरे मामले में गृह मंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन हुआ है. लगभग 7 दिन लगातार SIT (Special Investigation Team) ने इस पूरे मामले की जांच की. लेकिन भोपाल एम्स द्वारा दी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की बात सामने आई है.

जानिये क्या कहती है निशांत राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट: भोपाल के बीटेक के छात्र निशांक राठौर की मौत ट्रेन से पैर कटने के बाद हैवी ब्लीडिंग से हुई थी. ट्रेन के नीचे आने के बाद वह पहियों में फंसकर 5 से 7 फीट तक घिसटा गया था. इससे उसके पेट और पीठ पर खरोंच के निशान बने. लेकिन पसलियों और पेट के अंदरूनी अंगों में भी ब्लीडिंग हुई. इसके कुछ मिनटों बाद ही उसकी मौत हो गई. छात्र की मौत की वजह शरीर के वाइटल ऑर्गन (पसली, लिवर, स्पिलन, किडनी) में चोट और पैर से हैवी ब्लीडिंग होना बताई गई है. साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि छात्र के शरीर पर किसी रस्सी या तार से बांधे जाने के निशान नहीं मिले हैं.

नस काटने के पुराने निशान मिले: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निशांक के बाएं हाथ की कलाई की स्किन पर ब्लेड या चाकू से नस काटने की कोशिश के पुराने निशान भी मिले हैं. ये निशांक की खुद को नुकसान पहुंचाने की मानसिकता की ओर इशारा कर रहे हैं. मामले की जांच कर रही SIT के प्रमुख एडिशनल एसपी अमृत मीणा (Additional SP Amrit Meena) ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि ''पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निशांक के शरीर में 18 जगह पर चोट होने की जानकारी दी गई है. इनमें पैर कटने के अलावा पसली, पेट, पीठ प्रमुख हैं''.

निशांक ने ही किया था 'सिर तन से जुदा' पोस्ट, Loan App, Cryptocurrency के जाल में ऐसा फंसा की चली गई जान

दो साल में केवल 28 दिन गया कॉलेज: निशांक राठौर की आत्महत्या की जिस थ्योरी पर पुलिस काम कर रही थी वह सही दिशा में थी. पुलिस द्वारा उसके मोबाइल की भी जांच की गई. इस पूरे मामले में केवल विसरा रिपोर्ट आनी रह गई है. एसआईटी की जांच में यह बात भी सामने आई है कि दो सालों में निशांक केवल 28 दिन ही कॉलेज गया था. पढ़ाई की जगह वह ड्रग एडिक्ट हो चुका था. नशे के लिए मोबाइल ऐप और सभी दोस्तों से रुपए उधार लिए थे.पैसे मांगने पर झूठ बोलकर गुमराह करता था, जिससे दोस्त भी किनारा कर चुके थे. उसके सोशल मीडिया पर भी कुछ लोगों ने यह कमेंट किया है कि भाई पैसे चुका कर ही कहीं जाना.

SIT की टीम पहुंची मृतक के घर: SIT की टीम शनिवार को मृतक निशांक राठौर के सिवनी स्थित निवास पर पहुंची और उसके परिवार को जांच में आए तथ्यों से अवगत कराया. गौरतलब है कि निशांक की मौत के बाद उसके पिता ने बयान दिया था कि उनका बेटा सुसाइड नहीं कर सकता है. इधर, मृतक निशांक राठौर के मोबाइल फोन की जांच रिपोर्ट भी साइबर पुलिस ने एसआईटी को सौंप दी है. इसमें पता चला है कि उसके मोबाइल की स्क्रीन लॉक थी, जिससे उसे कोई दूसरा नहीं ऑपरेट कर सकता था. उसने ही लगातार कई साइट्स पर जाकर 'सर तन से जुदा' वाला मैसेज कॉपी और क्रॉप करके पिता को भेजा था. (Bhopal Btech Student Nishank Rathore) (Nishank Rathore Post Mortem Report) (Nishank Death due to heavy bleeding) (Nishank Rathore Cryptocurrency Connection)

भोपाल। निशांक राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि उसने आत्महत्या ही की थी. जहां तक सवाल है कि उसके पिता के यह कहने का कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्थिति भी साफ हो गई है. निशांक ने अपने पिता को जो मैसेज किया था उसकी वजह से इस पूरे मामले में गृह मंत्री के निर्देश पर एसआईटी का गठन हुआ है. लगभग 7 दिन लगातार SIT (Special Investigation Team) ने इस पूरे मामले की जांच की. लेकिन भोपाल एम्स द्वारा दी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की बात सामने आई है.

जानिये क्या कहती है निशांत राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट: भोपाल के बीटेक के छात्र निशांक राठौर की मौत ट्रेन से पैर कटने के बाद हैवी ब्लीडिंग से हुई थी. ट्रेन के नीचे आने के बाद वह पहियों में फंसकर 5 से 7 फीट तक घिसटा गया था. इससे उसके पेट और पीठ पर खरोंच के निशान बने. लेकिन पसलियों और पेट के अंदरूनी अंगों में भी ब्लीडिंग हुई. इसके कुछ मिनटों बाद ही उसकी मौत हो गई. छात्र की मौत की वजह शरीर के वाइटल ऑर्गन (पसली, लिवर, स्पिलन, किडनी) में चोट और पैर से हैवी ब्लीडिंग होना बताई गई है. साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि छात्र के शरीर पर किसी रस्सी या तार से बांधे जाने के निशान नहीं मिले हैं.

नस काटने के पुराने निशान मिले: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निशांक के बाएं हाथ की कलाई की स्किन पर ब्लेड या चाकू से नस काटने की कोशिश के पुराने निशान भी मिले हैं. ये निशांक की खुद को नुकसान पहुंचाने की मानसिकता की ओर इशारा कर रहे हैं. मामले की जांच कर रही SIT के प्रमुख एडिशनल एसपी अमृत मीणा (Additional SP Amrit Meena) ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि ''पोस्टमार्टम रिपोर्ट में निशांक के शरीर में 18 जगह पर चोट होने की जानकारी दी गई है. इनमें पैर कटने के अलावा पसली, पेट, पीठ प्रमुख हैं''.

निशांक ने ही किया था 'सिर तन से जुदा' पोस्ट, Loan App, Cryptocurrency के जाल में ऐसा फंसा की चली गई जान

दो साल में केवल 28 दिन गया कॉलेज: निशांक राठौर की आत्महत्या की जिस थ्योरी पर पुलिस काम कर रही थी वह सही दिशा में थी. पुलिस द्वारा उसके मोबाइल की भी जांच की गई. इस पूरे मामले में केवल विसरा रिपोर्ट आनी रह गई है. एसआईटी की जांच में यह बात भी सामने आई है कि दो सालों में निशांक केवल 28 दिन ही कॉलेज गया था. पढ़ाई की जगह वह ड्रग एडिक्ट हो चुका था. नशे के लिए मोबाइल ऐप और सभी दोस्तों से रुपए उधार लिए थे.पैसे मांगने पर झूठ बोलकर गुमराह करता था, जिससे दोस्त भी किनारा कर चुके थे. उसके सोशल मीडिया पर भी कुछ लोगों ने यह कमेंट किया है कि भाई पैसे चुका कर ही कहीं जाना.

SIT की टीम पहुंची मृतक के घर: SIT की टीम शनिवार को मृतक निशांक राठौर के सिवनी स्थित निवास पर पहुंची और उसके परिवार को जांच में आए तथ्यों से अवगत कराया. गौरतलब है कि निशांक की मौत के बाद उसके पिता ने बयान दिया था कि उनका बेटा सुसाइड नहीं कर सकता है. इधर, मृतक निशांक राठौर के मोबाइल फोन की जांच रिपोर्ट भी साइबर पुलिस ने एसआईटी को सौंप दी है. इसमें पता चला है कि उसके मोबाइल की स्क्रीन लॉक थी, जिससे उसे कोई दूसरा नहीं ऑपरेट कर सकता था. उसने ही लगातार कई साइट्स पर जाकर 'सर तन से जुदा' वाला मैसेज कॉपी और क्रॉप करके पिता को भेजा था. (Bhopal Btech Student Nishank Rathore) (Nishank Rathore Post Mortem Report) (Nishank Death due to heavy bleeding) (Nishank Rathore Cryptocurrency Connection)

Last Updated : Jul 31, 2022, 11:48 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.