भोपाल। प्रदेश में महंगाई प्रतिदिन अपना पैर पसार रही है. खाद्य पादर्थ के दाम लगातार आसमान की ऊंचाईयों को छू रहे हैं. ऐसे में कैंटीन में कर्मचारियों को कम दाम में मिलने वाला भोजन महंगा होता जा रहा है. कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की आय में भले ही बढ़त नहीं हुई. लेकिन भोजन की थाली में महंगाई का तड़का जरूर लगा है.
तीन साल में सात गुना वृद्धि
भारत की जानी-मानी कंपनियों में शुमार बीएचईएल ने कर्मचारियों के भोजन में मंहगाई का तड़का लगा दिया है. कैंटीन की थाली जो तीन साल पहले 3 रुपए में मिलती थी, अब वो थाली 22 रुपए की हो गई है. भले ही थाली की कीमत कम है. लेकिन तीन साल पहले की कीमत और अब की कीमत में 7 गुना वृद्धि हो गई है. कैंटीन में खानाखाने वाले कर्मचारी और श्रमिक हैं, जिनको पहले भोजन की कीमत कम देनी पड़ती थी.
श्रमिकों के जेब पर पड़ेगा मंहगी थाली का बोझ
कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों का वेतन कम है, लेकिन महंगाई चरम पर है. ऐसे में कंपनी ने भोजन व्यवस्था में बदलाव तो किया है. वहीं, श्रमिकों के वेतन में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की गई, जिससे थाली की कीमत में हुई वृद्धि का असर श्रमिकों की जेब पर पड़ेगा.
कंपनी ने शुरू की नई व्यवस्था
अब कंपनी द्वारा नई व्यवस्था शुरू की गई है. जिसमें भोजन करने वालों को एक दिन पहले आनलाइन बुकिंग करनी पड़ेगी. नई व्यवस्था के मुताबिक जो कर्मचारी बुकिंग नहीं करेगा उसे भोजन नहीं मिलेगा. हालांकि ये पहली बार हो रहा है जब कर्मचारियों को आनलाइन बुकिंग करनी पड़ रही है.
मंहगी थाली होने से कर्मचारियों में रोष
मानव संसाधन विभाग द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद से कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है. भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) की कैंटीन में थाली के साथ चाय और नाश्ते की कीमत बढ़ गई है. इससे कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया है. आपको बता दें कि, दो साल बाद कैंटीन फिर से शुरू हुई है और इस बार मंहगाई का तड़का खाने की थाली में लगा है. कर्मचारियों का कहना है मैनेजमेंट से बात कर दाम में हुई बढ़ोत्तरी का विरोध किया जाएगा.