भोपाल। साइबर क्राइम ब्रांच ने OLX पर नौकरी का विज्ञापन देकर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने दिल्ली, उत्तरप्रदेश के तीन साइबर जालसाजों और इंटर-स्टेट गिरोह के सदस्यों को दिल्ली और नोएडा से गिरफ्तार किया है. यह गिरोह 2018 से साइबर ठगी करता चला आ रहा था. ये लोग अब तक लगभग 25 लाख रुपये की ठगी कर चुके हैं. पुलिस ने उनके पास से 1 लाख 97 हजार रुपए कैश भी जब्त किए हैं. आरोपी नौकरी दिलाने के नाम पर ओ.एल.एक्स पर विज्ञापन देकर बेरोजगारों को झांसा देते थे.(Beware of Cyber Fraud) ये गैंग MP समेत देश के कई राज्यों में बेरोजगारों से ऑनलाइन ठगी कर रहा था. साइबर क्राइम के अधिकारियों ने बताया कि इन्होने अलग-अलग राज्य के युवाओं को निशाना बनाया है. जल्द उन राज्यों की पुलिस को भी सूचना दी जाएगी.
पुलिस को मिली थी शिकायत
दरअसल गिन्नौरी भोपाल में रहने वाले 35 साल के शेख मसूद ने साइबर क्राइम ब्रांच को ठगी के बारे में शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि वह OLX पर जॉब सर्च कर रहे थे. इसमें उसके साथ बिग बाजार कंपनी में जॉब का लालच देकर 19 हजार 300 रुपए की धोखाधड़ी की गई है. इसी के तहत पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी वारदात को कैसे देता था अंजाम
आरोपी ओ.एल.एक्स पर नौकरी के विज्ञापन निकालकर उसमें एक मोबाइल नम्बर देते थे. दिये गये मोबाइल नम्बर पर संपर्क करने वाले बेरोजगारों से WhatsApp पर रिज्यूम मांगते थे. फिर कहते थे कि रिज्यूम सिलेक्ट हो गया है और व्हाट्सएप्प पर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेज देते थे. आरोपी नौकरी के लिये जरूरी विभिन्न चार्जेस जैसे अकाउन्ट ओपनिंग, गेट पास, ऑनलाइन ट्रेनिंग लैपटॉप, बॉन्ड एग्रीमेन्ट के नाम पर पैसा मांगते थे. पैसा अपने फर्जी एकाउन्ट में ऑनलाइन मंगाते थे. (Bhopal cyber crime arrest gang)
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साइबर क्राइम ने एडवायजरी जारी की
पुलिस ने एक बार फिर से आम जनता के लिए एडवायजरी जारी की है, ताकि वह इन सायबर ठगों से बच सकें.
- बेरोजगारों को जॉब दिलाने वाली कंपनी के मोबाइल नंबर और विज्ञापन की सत्यता की जांच कर लें.
- जॉब देने वाली कोई भी कंपनी बेरोजगारों से किसी प्रकार से पैसों की मांग नहीं करती है.
- जॉब में सिलेक्ट होने पर कंपनी के ऑफर या कॉल लेटर की जांच कंपनी के स्थानीय कार्यालय जाकर करें.
- नौकरी देने वाली कंपनियां अपनी ऑथराइज्ड वेबसाइट पर ही नौकरी का ऑफर करती है.
- नौकरी देने वाली कंपनी व्हाट्सएप्प पर कोई कॉल लेटर नहीं भेजती है.
- अगर कंपनी द्वारा पैसों की मांग की जा रही है, तो खाते की जानकारी प्राप्त करें कि खाता किस व्यक्ति या संस्था का है.