भोपाल। राजधानी भोपाल में बीसीएलएल बस के कंडक्टर और ड्राइवरों ने सैलरी न मिलने पर बस ऑपरेटर, बीसीसीएल और नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि, लॉकडाउन लगने के बाद से ही बसे बंद हैं. जिससे वो बेरोजगार हो गए हैं और उन्हें उनका वेतन भी नहीं मिल रहा.
कंडक्टर और ड्राइवरों का कहना है, लॉकडाउन के बाद से उन्हें सैलरी नहीं मिली है. वे जब बस ऑपरेटर के पास सैलरी मांगने जाते हैं, तो वो बीसीएलएल और नगर निगम के पास भेज देते हैं. जबकि नगर-निगम भी उन्हें सैलरी नहीं दे रहा. ऐसे में उनका गुजारा कैसे होगा. अब तक तीन बार प्रदर्शन कर चुके हैं, जिसके बाद दुर्गम्मा बस ऑपरेटर को बीसीएलएल तीन बार 25-25 लाख रुपए दे चुका है. पहली बार जब 25 लाख रुपए दिए गए थे तो, बस ड्राइवर और कंडक्टर को 5100 रुपए मिले थे. लेकिन उसके बाद से अब तक एक रुपए भी नहीं दिया गया.
कंडक्टर और ड्राइवरों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा है. हालांकि सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया है कि, बुधवार शाम तक कंपनियों के अधिकारियों से बात कर समस्या का हल निकाला जाएगा. भोपाल में करीब 200 बीसीएलएल की बसें हैं, जिस पर 700 के करीब ड्राइवर और कंडक्टर तैनात हैं. कोरोना के कारण शहर में बीसीएलएल की बसें नहीं चल रही हैं. जिससे इनकी परेशानियां बढ़ गई हैं.