भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सियासत में पूर्व मंत्री अरुण यादव के एक ट्वीट 'किसको फिक्र है कबीले की' ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है. यह ट्वीट उस मौके पर आया है, जब पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस नेता आमने-सामने हैं. अरुण यादव की पहचान राज्य की सियासत में शांत रहकर अपनी बात को पूरी ताकत से रखने वाले नेता के तौर पर है. उनके समर्थकों और चाहने वालों की लंबी फेहरिस्त है. किसी पद पर नहीं हैं, मगर उनके पीछे खड़े होने वाले अनेको हैं.
-
किसको फिक्र है कि "कबीले" का क्या होगा..!
— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सब इसी बात पर लड़ते है कि "सरदार" कौन होगा..!!@INCIndia @INCMP @RahulGandhi
">किसको फिक्र है कि "कबीले" का क्या होगा..!
— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 16, 2022
सब इसी बात पर लड़ते है कि "सरदार" कौन होगा..!!@INCIndia @INCMP @RahulGandhiकिसको फिक्र है कि "कबीले" का क्या होगा..!
— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 16, 2022
सब इसी बात पर लड़ते है कि "सरदार" कौन होगा..!!@INCIndia @INCMP @RahulGandhi
अरूण यादव के ट्वीट से खलबली
कांग्रेस में राष्ट्रीय नेतृत्व को लेकर मची खींच तान से कांग्रेस के नेता दुखी हैं. इसी बीच अरुण यादव का एक ट्वीट आया है, जिसमें साफ इस बात की तरफ इशारा है कि नेताओं को पार्टी की नहीं सिर्फ पद पाने की चिंता है. अरूण यादव ने एक ट्वीट में लिखा, 'किसको फिक्र है कि कबीले का क्या होगा.! सब इसी बात पर लड़ते हैं कि 'सरदार कौन होगा'. इस ट्वीट में यादव ने मध्य प्रदेश कांग्रेस, अखिल भारतीय कांग्रेस और राहुल गांधी को टैग किया है. पूर्व मंत्री अरूण यादव की गिनती राहुल गांधी के करीबियों में होती है, वे राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं. कार्यकर्ताओं से संपर्क और सीधे संवाद रखने वाले नेता के तौर पर उनकी पहचान है. बीते कुछ समय से उन्हें पार्टी में साइड लाइन किया गया है.
इनपुट - आईएएनएस
सीएम शिवराज की घोषणाओं पर कमलनाथ का तंज, शिवराज चाहते हैं कि मैं विधानसभा में उनकी नौटंकी देखूं