खंडवा। जिले के छिरवेल गांव के लोग सिंचाई के लिए पानी की कमी से परेशान होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. ग्रामीणों ने कलेक्टर ऑफिस के सामने "नहर नहीं तो वोट नहीं " के नारे भी लगाए. ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव को मुख्य नहर से जोड़ा जाए.
गौरतलब है कि जिले के छैगांवमाखन ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले 60-65 गांवों में सिंचाई और पेयजल की समस्या सालों से लागातर बनी हुई है. यह समस्या गर्मी में और विकराल रूप ले लेती है, जिसके लिए साल 2017 में छैगांवमाखन उद्वहन सिंचाई योजना की शुरुआत की गई. योजना में ब्लॉक के लगभग सभी गांवों तक अंडरग्राउंड पाइप के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था. फिलहाल इस योजना का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन अभी इसे पूरा होने में लगभग एक साल से अधिक का वक्त लग जाएगा.
वहीं छिरवेल ग्राम के लोगों का कहना है कि इस नहर की योजना में उनके गांव को शामिल नहीं किया गया है, जबकि उनके गांव के आसपास 2 किलोमीटर दूर के गांवों तक इसकी पाइप लाइन डाली जा रही है. साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने सांसद से कई बार शिकायत भी की, लेकिन अभी तक शासन-प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.