ग्वालियर। मुरैना एसपी रियाज इकबाल के ट्रांसफर को लेकर सियासी पारा गर्म हो गया है. ग्वालियर पहुंचे बीजेपी के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दबाव के कारण अधिकारी अपना काम खुलकर नहीं कर पा रहे हैं.
दरअसल,अवैध रेत परिवहन में एसपी रियाज इकबाल ने कांग्रेस के सुमावली विधायक ऐदल सिंह कंसाना के बेटे राहुल कंसाना पर फायरिंग करने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी. तभी से उन पर राजनीतिक दबाव बढ़ता जा रहा है.अब मुरैना एसपी रियाज इकबाल का ट्रांसफर श्योपुर कर दिया गया है. एसपी के ट्रांसफर पर बीजेपी के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने ग्वालियर में कहा कि वर्तमान में प्रशासनिक अधिकारियों पर राजनीतिक दबाव सबसे ज्यादा है, इसलिए अधिकारी खुलकर काम नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर सीधा आरोप ना लगाते हुए कहा कि जो अधिकारी खुलकर काम करते हैं, उसका प्रदेश सरकार ट्रांसफर कर देती है. ऐसे में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति लगातार बिगड़ती ही जा रही है. पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह ने कहा कि वह खुद एक आईपीएस रहे हैं, लेकिन उनके समय में सरकारें बदलती रहीं, मगर उनका बार-बार तबादला नहीं हुआ और ना ही उन पर राजनीतिक दबाव रहता था.
गौरतलब है कि एक महीने पहले ही रियाज इकबाल को मुरैना जिले की कमान सौंपी गई थी, लेकिन रेत के ओवरलोड अवैध परिवहन मामले में सुमावली विधायक ऐदल सिंह कंसाना के बेटे राहुल कंसाना ने अपने साथियों के साथ टोल प्लाजा पर फायरिंग की थी. जिसके बाद मुरैना पुलिस ने विधायक के बेटे सहित दो दर्जन लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज किया था. इसके बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि मुरैना एसपी का ट्रांसफर हो सकता है. रियाज इकबाल की जगह आइपीएस असित यादव को मुरैना की कमान सौंपी गई है.