ग्वालियर। उच्च माध्यमिक शिक्षा के लिए 2018 से शुरू हुई चयन प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो सकी है. इसे लेकर प्रतिभागियों का गुस्सा फूट रहा है. शिक्षक अपनी नियुक्ति पर अनावश्यक विलंब करने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका आरोप है कि चयन के बावजूद इस भर्ती प्रक्रिया को जानबूझकर डिले किया जा रहा है.
दरअसल, उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए 2 साल पहले यानी 2018 में विज्ञापन निकला था. तब छात्रों ने लिखित परीक्षा दी थी, जिसमें सफल हुए छात्रों का साक्षात्कार और कागजातों का सत्यापन किया जाना बाकी रह गया था. जैसे-तैसे एक जुलाई को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू हुई. लेकिन उसे बीच में ही रोक दिया गया. शिक्षकों का कहना है कि सरकार जानबूझकर प्रतिभागियों का भविष्य खराब कर रही है.
चयनित शिक्षकों ने इसे लेकर प्रदेश भर में आक्रोश जताया है, उन्होंने मांग की है कि सरकार सितंबर अंत तक उनकी नियुक्ति को अंतिम रूप दें. वरना उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दें. क्योंकि वे तमाम जिम्मेदारियों से घिरे हुए हैं और सरकार 2 साल से इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पा रही है. जिससे उनका जीवन यापन मुश्किल हो रहा है.