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टीकमगढ़ में है अनोखा शुगर फ्री आमों का बगीचा, डायबिटीक पेशेंट्स भी ले रहे हैं रसीले मैंगो का स्वाद - mp breaking

टीकमगढ़ में अनोखा शुगर फ्री आम का बगीचा है, जहां विदेशी प्रजाति के 3000 आम लगे हुए हैं.

शुगर फ्री आमों का बगीचा
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Published : Jun 19, 2019, 7:13 PM IST

टीकमगढ़। आम को फलों का राजा कहा जाता है. हर साल लोग गर्मियों का इंतजार करते हैं, ताकि वे आम की मिठास का स्वाद ले सकें. ऐसे ही आम प्रेमी हैं बुंदेलखण्ड के महाराज राजा मधुकर शाह जिन्होंने आज से 7 साल पहले अमेरिका से एक खास किस्म की आम की नस्ल मंगवाई और उसे अपने बगीचे में लगवाया. आज इस बगीचे में 3000 से ज्यादा शुगर फ्री आम के पेड़ लहलहा रहे हैं. बता दें कि ये आम की नस्ल शुगर फ्री है.

शुगर फ्री आमों का बगीचा

जी हां आम वह भी शुगर फ्री. यह आम खासतौर पर इंग्लैंड और अमेरिका में पाए जाते हैं, जो राजा मधुकर की वजह से अब भारत के टीकमगढ़ में आसानी से मिल जाते हैं. इन आमों की भी चार नस्ल होती है मल्लिका, सूर्या, लालिमा और अंडोमा. खास बात ये है कि ये चारों प्रजाति शुगर फ्री है. इनके पेड़ छोटे होते हैं. ये आम डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद तो है ही, साथ ही साथ आम लोग भी इस रसीले आम का लुफ्त उठा सकते हैं. इन आमों में रस काफी ज्यादा होता है और गूदा काफी कम, जो शुगर के मरीजों के लिए लाभदायक है. मल्लिका, सूर्या, लालिमा ओर अण्डोमा नाम की प्रजातियों के आमों से टीकमगढ़ जिले का यह फॉर्म हाउस महक रहा है.

टीकमगढ़। आम को फलों का राजा कहा जाता है. हर साल लोग गर्मियों का इंतजार करते हैं, ताकि वे आम की मिठास का स्वाद ले सकें. ऐसे ही आम प्रेमी हैं बुंदेलखण्ड के महाराज राजा मधुकर शाह जिन्होंने आज से 7 साल पहले अमेरिका से एक खास किस्म की आम की नस्ल मंगवाई और उसे अपने बगीचे में लगवाया. आज इस बगीचे में 3000 से ज्यादा शुगर फ्री आम के पेड़ लहलहा रहे हैं. बता दें कि ये आम की नस्ल शुगर फ्री है.

शुगर फ्री आमों का बगीचा

जी हां आम वह भी शुगर फ्री. यह आम खासतौर पर इंग्लैंड और अमेरिका में पाए जाते हैं, जो राजा मधुकर की वजह से अब भारत के टीकमगढ़ में आसानी से मिल जाते हैं. इन आमों की भी चार नस्ल होती है मल्लिका, सूर्या, लालिमा और अंडोमा. खास बात ये है कि ये चारों प्रजाति शुगर फ्री है. इनके पेड़ छोटे होते हैं. ये आम डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद तो है ही, साथ ही साथ आम लोग भी इस रसीले आम का लुफ्त उठा सकते हैं. इन आमों में रस काफी ज्यादा होता है और गूदा काफी कम, जो शुगर के मरीजों के लिए लाभदायक है. मल्लिका, सूर्या, लालिमा ओर अण्डोमा नाम की प्रजातियों के आमों से टीकमगढ़ जिले का यह फॉर्म हाउस महक रहा है.

Intro:एंकर इंट्रो / टीकमगढ़ जिले में बुन्देलखण्ड का अनोखा शुगर फ्री आमो का बगीचा है जिसमे विदेशी प्रजाति के 3000 आम लगे हुए है जिन्हें बिसेस तोर पर यहां के महाराजा ने अमरीका प्रजाति के आम दिल्ली से बुलवाए थे जो आज एक अनोखा आमो का बगीचा के नाम से जाना जाता है


Body:बाइट /01 शैलेन्द्र तिवारी फॉर्म मैनेजर टीकमगढ़

वाईट /02 भगवानदास फॉर्म चौकीदार फॉर्म टीकमगढ़

वाईट /03 डॉक्टर एस के मिश्रा जिला आयुष अधिकारी टीकमगढ़

वाइस ओबर / टीकमगढ़ जिले में बुन्देलखण्ड का अनोखा आमो का बगीचा है जिसमे विदेशी प्रजाति के आम है और यह आम आज से 7 साल पहिले यहां के महाराजा मधुकर शाह जी ने विदेश से बुलवाए थे यह आम सभी लोगो के लिए नही है बल्कि यह आम शुगर फ्री है और यह आम सिर्फ शुगर के मरीजो के लिए ही है इन यह आम इंग्लैंड और अमेरिका प्रजाति के है और वहां पर भी यह आम बहुताय मात्रा में पायेजाते है लेकिन यह आमो की प्रजाति आपको बुन्देलखण्ड में कही भी देखने को नही मिलेगी यह आम सिर्फ टीकमगढ़ जिले में महाराजा के बगीचे में हीरापुर बाबरी में देखने को मिलेगी जहा पर बहुत बड़ी मात्रा में यह आमो को बगीचा लगा हुआ है और यह आम हजारो की संख्या में लगे हुए है इन आमो के पेड़ छोटी साइज के होते है जिनमे झाड़ बहुत ही कम होता है और महाराजा इन आमो को दिल्ली और विदेश भिजवाते है शुगर के मरीजो को खाने के लिए जो शुगर के मरीजो को खाने पर नुकसान नही करते है


Conclusion:टीकमगढ़ जिले के महाराजा के हीरा पुर बाबरी फॉर्म हाउस पर लगे यह आम एक बिसेस प्रजाति है जिसमे 4 किस्म के आम है जिनमे रस काफी ज्यादा होता है और गूदा काफी कम जो शुगर के मरीजो को काफी लाभदायक होते है और नुकसान भी नही करते है !यह आम की प्रजातियां इस प्रकार है 1 मल्लिका, सूर्या, लालिमा ओर अण्डोंमा नाम की यह प्रजातियों के आमो से टीकमगढ़ जिले का यह फॉर्म हाउस महक रहा है और लोग इन आमो के बगीचों को देखने दूर दूर से आते है लेकिन लोगो को यह आम खाने को नही मिलते क्योकि इन की सप्लाई दिल्ली और इंग्लैंड और अमेरिका में होती है ! वही इन आमो को लेकर आयुष अधिकारी कहते है कि मैने किताबो भी पढ़ा था कि ऐसे भी आमो की प्रजातियां है जो शुगर फ्री होते है और उनके खाने से शुगर के मरीजो को नुकसान नही होता है क्योंकि इनमें रस ज्यादा होता है और गुदा ज्यादा लेकिन इसकी पुष्टि नही कर सकता
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