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इतिहास हो जाएगा वो स्टेडियम जहां 'भगवान' ने रचा था 'इतिहास', यहां सचिन ने जड़ी थी पहली वनडे डबल सेंचुरी

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने विश्व रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन अब इस स्टेडियम को तोड़ने की तैयारी की जा रही है, क्योंकि वर्क्स ऑफ डिफेंस एक्ट 1930 के अनुसार डीआईडीई परिसर की 200 मीटर की परिधि में किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है. इसलिए हाईकोर्ट ने स्टेडियम तोड़ने के आदेश जारी किए हैं.

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम को जल्द ही तोड़ा जाएगा
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Published : Apr 1, 2019, 3:06 PM IST

ग्वालियर। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने जब ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में वनडे मैच में डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रचा था, तब पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था. जिसके बाद कई क्रिकेटरों का इस पिच पर खेलने का सपना था, लेकिन अब वो सपना टूटने वाला है, क्योंकि बहुत जल्द ये स्टेडियम तोड़ दिया जाएगा.

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम को जल्द ही तोड़ा जाएगा

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रच दिया था. लेकिन मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने डीआरडीई को रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना के 200 मीटर के दायरे में आने वाली 142 से ज्यादा निजी और सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ स्टेडियम को तोड़ने के आदेश जारी किए हैं, जिसके बाद से खेल प्रेमी काफी मायूस नजर आ रहे हैं.

गौरतलब है कि 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रिकेट के इतिहास का पहला दोहरा शतक बनाया था. उसी दिन दुनिया ने तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान का दर्जा दिया था. जिसके गवाह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे, लेकिन अब यह बातें सिर्फ इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह जाएंगी.

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम के साथ-साथ ग्वालियर नगर निगम के मुख्यालय सहित 35 शासकीय भवन, 34 निधि भवन और 51 अन्य बिना अनुमति के भवनों को तोड़ जाएगा. वर्क्स ऑफ डिफेंस एक्ट 1930 के अनुसार डीआईडीई परिसर की 200 मीटर की परिधि में किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है.

ग्वालियर। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने जब ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में वनडे मैच में डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रचा था, तब पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था. जिसके बाद कई क्रिकेटरों का इस पिच पर खेलने का सपना था, लेकिन अब वो सपना टूटने वाला है, क्योंकि बहुत जल्द ये स्टेडियम तोड़ दिया जाएगा.

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम को जल्द ही तोड़ा जाएगा

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रच दिया था. लेकिन मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने डीआरडीई को रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना के 200 मीटर के दायरे में आने वाली 142 से ज्यादा निजी और सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ स्टेडियम को तोड़ने के आदेश जारी किए हैं, जिसके बाद से खेल प्रेमी काफी मायूस नजर आ रहे हैं.

गौरतलब है कि 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रिकेट के इतिहास का पहला दोहरा शतक बनाया था. उसी दिन दुनिया ने तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान का दर्जा दिया था. जिसके गवाह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे, लेकिन अब यह बातें सिर्फ इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह जाएंगी.

कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम के साथ-साथ ग्वालियर नगर निगम के मुख्यालय सहित 35 शासकीय भवन, 34 निधि भवन और 51 अन्य बिना अनुमति के भवनों को तोड़ जाएगा. वर्क्स ऑफ डिफेंस एक्ट 1930 के अनुसार डीआईडीई परिसर की 200 मीटर की परिधि में किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है.

Intro:ग्वालियर- क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में जब डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रचा था तो पूरी दुनिया ताली बजा रही थी। लेकिन अब सचिन तेंदुलकर का यह इतिहास मिटने जा रहा है। इस पिच पर खेलने का सपना सच होने वाले कई क्रिकेटरों के अरमान टूटने जा रहे हैं। क्योंकि यह पेज मिटा दी जाएगी। स्टेडियम तोड़ दिया जाएगा और इसके साथ ही मिट जाएगा । सचिन तेंदुलकर का बनाया विश्व रिकॉर्ड का इतिहास । क्योंकि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ग्वालियर बेंच ने बीआरडीई के 200 मीटर के दायरे में आने वाली 142 से ज्यादा निजी सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ स्टेडियम को तोड़ने का आदेश जारी कर दिया है जैसे ही यह खबर आई तो हर तरफ सन्नाटा है तो कहीं खेल प्रेमी उदास है।


Body:24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रिकेट के इतिहास का पहला दोहरा शतक बनाया था उसी दिन दुनिया ने उन्हें क्रिकेट के भगवान का दर्जा दे दिया था जिसके गवाह उस वक्त कि सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी बनी थी लेकिन अब यह बातें सिर्फ इतिहास के पन्नों में दर्ज हो कर रह जाएंगे क्योंकि ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना की 200 मीटर के प्रतिबंधित क्षेत्र के दायरे में आ गया है जिसे हटाने के आदेश हाईकोर्ट ने दिए हैं जिसके बाद खेल प्रेमी का काफी मायूस नजर आ रहे है ।

बाईट- शशांक कोस्टा, स्टेट लेवल क्रिकेट


Conclusion:हाईकोर्ट के आदेश से रूप सिंह स्टेडियम ही नहीं बल्कि ग्वालियर नगर निगम के मुख्यालय सहित 35 शासकीय भवन 34 निधि भवन जो की अनुमति लेकर बनाए गए हैं साथ ही 51भवन ,जो बिना अनुमति के बने हैं वह भी इस दायरे में आ गए हैं। हाईकोर्ट ने वर्क्स ऑफ डिफेंस एक्ट 1930 के अनुसार डीआईडीई परिसर की 200 मीटर की परिधि में किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं किया जा सकता है। इसका हवाला देकर यह आदेश पारित कर दिया है। इसके लिए रक्षा विभाग द्वारा साल 2005 में अधिसूचना जारी कर दी थी। इसके बाद से इस क्षेत्र में यह लागू हो गया है

बाईट- अबदेश सिंह तोमर , हाईकोर्ट अधिबक्ता
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