ग्वालियर। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने जब ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में वनडे मैच में डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रचा था, तब पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था. जिसके बाद कई क्रिकेटरों का इस पिच पर खेलने का सपना था, लेकिन अब वो सपना टूटने वाला है, क्योंकि बहुत जल्द ये स्टेडियम तोड़ दिया जाएगा.
कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने डबल सेंचुरी बनाकर इतिहास रच दिया था. लेकिन मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने डीआरडीई को रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना के 200 मीटर के दायरे में आने वाली 142 से ज्यादा निजी और सरकारी संपत्तियों के साथ-साथ स्टेडियम को तोड़ने के आदेश जारी किए हैं, जिसके बाद से खेल प्रेमी काफी मायूस नजर आ रहे हैं.
गौरतलब है कि 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रिकेट के इतिहास का पहला दोहरा शतक बनाया था. उसी दिन दुनिया ने तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान का दर्जा दिया था. जिसके गवाह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे, लेकिन अब यह बातें सिर्फ इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह जाएंगी.
कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम के साथ-साथ ग्वालियर नगर निगम के मुख्यालय सहित 35 शासकीय भवन, 34 निधि भवन और 51 अन्य बिना अनुमति के भवनों को तोड़ जाएगा. वर्क्स ऑफ डिफेंस एक्ट 1930 के अनुसार डीआईडीई परिसर की 200 मीटर की परिधि में किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता है.