ETV Bharat / briefs

विदिशा: मिड-डे मील योजना की खुली पोल, 3 महीने में मिलता है 1.5 महीने का राशन

कार्यकर्ताओं का कहना है कि 3 महीने में एक बार पूरक पोषण आहार प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाता है, जो डेढ़ महीने में ही खत्म हो जाता है.

मिड-डे योजना
author img

By

Published : Apr 30, 2019, 10:07 AM IST

Updated : Apr 30, 2019, 10:26 AM IST

विदिशा। लटेरी तहसील में आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण आहार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. मिड-डे मील के राशन की कमी के चलते बच्चों को तीन महीने में केवल डेढ़ महीने ही भोजन दिया जाता है.

देहरी पामा रायपुरा और नादियापुरा आंगनवाड़ी केंद्रों पर 60 से 65 बच्चे मौजूद हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि 3 महीने में एक बार पूरक पोषण आहार प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाता है, जो डेढ़ महीने में ही खत्म हो जाता है. अधिकारियों को इस बात से अवगत कराने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती.

वहीं क्षेत्र की सुपरवाइजर भागवती पंथी इस मामले पर बात करने से बचते नजर आए. युं तो सरकार योजनाएं के नाम पर बड़े-बड़े दांवे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही नजर आती हैं. अब देखना होगा की प्रशासन मामले पर क्या कार्रवाई करती है.

मिड-डे योजना

विदिशा। लटेरी तहसील में आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण आहार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. मिड-डे मील के राशन की कमी के चलते बच्चों को तीन महीने में केवल डेढ़ महीने ही भोजन दिया जाता है.

देहरी पामा रायपुरा और नादियापुरा आंगनवाड़ी केंद्रों पर 60 से 65 बच्चे मौजूद हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि 3 महीने में एक बार पूरक पोषण आहार प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाता है, जो डेढ़ महीने में ही खत्म हो जाता है. अधिकारियों को इस बात से अवगत कराने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती.

वहीं क्षेत्र की सुपरवाइजर भागवती पंथी इस मामले पर बात करने से बचते नजर आए. युं तो सरकार योजनाएं के नाम पर बड़े-बड़े दांवे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही नजर आती हैं. अब देखना होगा की प्रशासन मामले पर क्या कार्रवाई करती है.

मिड-डे योजना
Intro:पूरक पोषण आहार की कमी
Body:Mpस्थान - विदिशा।
लटेरी न्यूज़ विदिशा

स्लंग - पूरक पोषण आहार की कमी

एंकर - विदिशा जिले की लटेरी तहसील में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में बच्चों के लिए पूरक पोषण आहार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है जिसके कारण गरीब आदिवासी बच्चों को पूरक पोषण आहार नहीं मिल पा रहा जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास अवरुद्ध हो रहा है जब मीडिया के द्वारा देहरी पामा रायपुरा एवं नादियापुरा की आंगनवाड़ी केंद्रों का अवलोकन किया तो यहां पाया गया कि इन केंद्रों पर 60 से 65 बच्चे प्रत्येक केंद्र पर दर्ज है और प्रीति महीने 12 कट्टे पूरक पोषण आहार के उपलब्ध कराए जाते हैं जो कि एक से डेढ़ महीने में खत्म हो जाते हैं और इसके बाद एक डेढ़ माह तक बच्चों को कुछ नहीं दिया जाता कार्यकर्ताओं का कहना है कि 3 महीने में एक बार पूरक पोषण आहार हमें उपलब्ध कराया जाता है अधिकारियों को इस बात से अवगत कराने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती इस क्षेत्र की सुपरवाइजर भागवती पंथी से बात करना चाहि तो फोन नहीं उठाया वहीं प्रभारी परियोजना अधिकारी राखी मौर्य एवं लटेरी के वरिष्ठ अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आए! व्हाइट= संता बाई ....कार्यकर्ता Conclusion:विदिशा जिले की लटेरी तहसील में आंगनबाड़ी केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में बच्चों के लिए पूरक पोषण आहार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है जिसके कारण गरीब आदिवासी बच्चों को पूरक पोषण आहार नहीं मिल पा रहा जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास अवरुद्ध हो रहा है जब मीडिया के द्वारा देहरी पामा रायपुरा एवं नादियापुरा की आंगनवाड़ी केंद्रों का अवलोकन किया तो यहां पाया गया कि इन केंद्रों पर 60 से 65 बच्चे प्रत्येक केंद्र पर दर्ज है और प्रीति महीने 12 कट्टे पूरक पोषण आहार के उपलब्ध कराए जाते हैं
Last Updated : Apr 30, 2019, 10:26 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.