छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में पानी और बिजली को लेकर जनता काफी परेशान है. जनता की परेशानी हल करने के बजाय राजनीतिक पार्टियां आपस में ही राजनीति करने में उलझी हुई हैं. उन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं.
बिजली कटौती के बारे में जब अधीक्षण अभियंता योगेश सिंघाई से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यहां बिजली कटौती नहीं बल्कि मेंटेनेंस का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि सुबह 6:00 से 10:00 तक के बीच मेंटेनेंस होता है, जबकि बिजली गुल कहीं-कहीं रात में भी जारी है. बिजली अधिकारी ने बताया कि मेंटेनेंस का काम 25 जून तक चलेगा.
पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने कहा कि बिजली कर्मचारी और बीजेपी नेता जानबूझकर प्रदेश में बिजली कटौती करा रहे हैं, जिससे कमलनाथ सरकार की छवि खराब की जाए. उन्होंने कहा कि 15 सालों में शिवराज सरकार को जो राशि मेंटेनेंस और बिजली विभाग के लिए दिए गए थे, वो पैसे गुणवत्ताविहीन काम और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए. बहुत से बिजली कर्मचारी और अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है.
पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व विधायक भाजपा चौधरी चंद्रभान सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में बिजली और पानी की बहुत गंभीर समस्या है. अगर यह समस्या नहीं संभल रही, तो वे सरकार में क्यों हैं. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार द्वारा बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों को तनख्वाह नहीं दी जा रही, उन्हें सस्पेंड किया जा रहा है, साथ ही उन्होंने कमलनाथ सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए.