मुरैना। पुलिस परेड मैदान में उपद्रवियों से निपटने के लिए रिहर्सल किया गया. इस मौके पर डीआईजी अशोक गोयल भी मौजूद रहे. मैदान में बलवा परेड के लिए पुलिस की दो पार्टियां तैयार की गई. एक पुलिस पार्टी उपद्रवियों के तौर पर काम कर रही थी और दूसरी उसे कंट्रोल करने में जुटी थी. बलवा परेड के दौरान घायल जवानों को किस तरह से इलाज की सुविधा दी जाती है प्रदर्शन कर दिखाया गया. बलवा परेड के दौरान उपद्रवियों ने जब पथराव किया तो पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायरिंग की.
पूरी रिहर्सल के बाद डीआईजी ने पुलिस के अधिकारियों और जवानों से परिचय भी किया. डीआईजी ने वाहनों और दूसरे उपकरणों की भी देखा. पुलिस के जवानों को संकट निधि का लाभ मिल रहा है कि नहीं इस बारे में डीआईजी ने पुलिसकर्मियों से सवाल पूछा. जिस पर पुलिसवालों ने बताया कि उन्हें योजना की जानकारी नहीं है. डीआईजी ने एसपी असित यादव को योजनाओं की जानकारी देने के लिए सिस्टम तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
डीआईजी दरबार में अधिकांश पुलिसकर्मियों ने अपने ट्रांसफर की मांग डीआईजी के सामने रखी. किसी ने अपनी पारिवारिक स्थिति की वजह बताई, किसी ने कहा कि मेरा मुरैना में मन नहीं लग रहा. डीआईजी ने सब को आश्वस्त किया कि शासन स्तर पर सब के आवेदनों पर विचार होगा.