मंदसौर। इस साल भी कांग्रेस को मंदसौर लोकसभा चुनाव सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी उम्मीदवार सुधीर गुप्ता ने कांग्रेस की प्रत्याशी मीनाक्षी नटराजन को 3.45 लाख वोटों से मात दी है. वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र नाहटा ने भी कांग्रेस की हार पर गहरी चिंता जताई है.
चुनावी इतिहास में 12वीं बार मंदसौर लोकसभा चुनाव सीट से हार मिलने से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में भारी चिंता का माहौल है. मायूसी का आलम ये है कि चुनाव परिणामों की घोषणा के दो दिन बाद भी कांग्रेस समीक्षा बैठक का आयोजन नहीं हो पाया है.
मीनाक्षी नटराजन को एक बार टिकट दिए जाने की घोषणा के बाद उनके बाहरी उम्मीदवार होने के मुद्दे ने जमकर तूल पकड़ ली थी. हालांकि हाईकमान की घोषणा के बाद चुनाव के दौरान कई कार्यकर्ता और नेता चुप रहे. लेकिन अब उनकी करारी हार के बाद नेताओं की प्रतिक्रियाएं तेज हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र नाहटा का कहना है कि इस चुनाव में भी पार्टी के नेता कई मुद्दों पर विफल हो गए हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे चुनाव को राष्ट्रवाद से जोड़ा है. यहीं वजह रही कि कांग्रेस को पूरे देश में हार का सामना करना पड़ा है.
बीजेपी ने उठाया राष्ट्रवाद का मुद्दा, कांग्रेस को मिली हार
नरेंद्र नाहटा का कहना है कि क्षेत्र में भी स्थानीय मुद्दों के बजाय राष्ट्रवाद के मुद्दे का तगड़ा असर देखा गया. लिहाजा कांग्रेस दोबारा चुनाव हार गई. कांग्रेस इस चुनाव में भी आधुनिक संसाधनों और तकनीक पर कोई ध्यान नहीं दे पाई. जिसके चलते पार्टी के नेता अधिकतर स्थानों पर हार गए. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस अब भी 1960 के दशक वाले सिद्धांतों पर चुनावी मैदान में उतर रही है. जबकि बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पार्टी के नेताओं को अपडेट कर जनता के बीच के मुद्दों पर चुनाव लड़ाई लड़ रही है.
उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से भी पुराने सिद्धांतों को छोड़कर नए जमाने के सिद्धांतों पर राजनीति करने की सलाह दी है. मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बादल के मामले को लेकर उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि दल-बदल की राजनीति अब पूरे देश में इतनी हावी हो गई है कि चुने हुए जनप्रतिनिधि अवसरवादी होने का फायदा उठाकर सिद्धांतों से भटक रहे हैं. हालांकि उन्होंने मध्य प्रदेश की सरकार को किसी भी तरह के खतरे की बात से इंकार किया है.