रीवा। शहर में हुई हल्की बारिश ने जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है. रेलवे स्टेशन के पास रह रहे लोगों ने साल 1984 में रेलवे को अपनी जमीन दे दी थी, जिसके बाद से ही यहां रह रहे लोगों का जीना मुहाल हो गया है. करीब 35 साल बीत जाने के बाद भी लोगों को एक ढंग की सड़क नसीब नहीं हुई. सड़क में जगह-जगह गड्ढे हैं, जो बारिश में भर जाते हैं और यहां हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है. साथ ही लोगों को भी आने-जाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
रेलवे स्टेशन के लिए जिन लोगों ने अपनी जमीन रेलवे को मुहैया कराई थी, उन्हें पिछले 35 सालों से आवागमन के लिए एक रास्ता भी नसीब नहीं हो रहा है. यही वजह है कि हर साल बरसात आते ही हरिजन बस्ती में 2 सैकड़ा लोगों की आबादी अपने घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो जाती है. जबलपुर रेल मंडल और पश्चिम मध्य रेल जोन के जिम्मेदारों को रीवा आवागमन के दौरान भी कई बार इन गरीब लोगों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया, लेकिन अब तक आश्वासन के सिवाय कुछ नसीब नहीं हुआ. इसी तरह से स्थानीय नेताओं से भी कई बार यहां के रहवासी अपनी समस्याओं का दुखड़ा रो चुके हैं, लेकिन उन्हें आने-जाने के लिए रास्ता नहीं मिल पाया है.