ETV Bharat / briefs

बीमा एजेंट ने की आत्महत्या, अर्चना चिटनीस समेत 17 लोगों पर लगाया प्रताड़ना का आरोप - जहर

RTI कार्यकर्ता जगन्नाथ माने ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक ने पांच पन्नों के सुसाइड नोट के जरिए 17 लोगों के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

जगन्नाथ माने ने की आत्महत्या
author img

By

Published : May 7, 2019, 9:49 AM IST

खंडवा। एक निजी बीमा कंपनी के एजेंट और RTI कार्यकर्ता जगन्नाथ माने ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. आरटीआई कार्यकर्ता 10 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर छूटे थे. जगन्नाथ माने ने सुसाइड नोट के जरिए कई प्रतिष्ठित लोगों के खिलाफ प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

जगन्नाथ माने ने की आत्महत्या

गौरतलब है कि खंडवा के विभिन्न थानों में जगन्नाथ माने के खिलाफ 8 मामले दर्ज हैं. मृतक बीमा एजेंट पर सूचना के अधिकार अधिनियम का सहारा लेकर लोगों को ब्लैकमेल करने का आरोप था. उसके द्वारा दबाव बनाकर बीमा पॉलिसी बेची जाती थी. मृतक ने पांच पन्नों के सुसाइड नोट के जरिए 17 लोगों के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

मृतक ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले व्यापारियों के साथ-साथ पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, तत्कालीन खंडवा कलेक्टर अभिषेक सिंह, तत्कालीन खंडवा सीएसपी शेष नारायण सिंह और बीमा कंपनी की महिला सेल्स मैनेजर के नाम प्रमुख रूप से सुसाइड नोट में लिए हैं.

जगन्नाथ माने पिछले 7 महीनों से जेल में था. पिछले 23 अप्रैल को ही वह जमानत पर बाहर आया था. परिजनों का कहना है कि जिन लोगों ने माने के खिलाफ थाने में अपराध दर्ज करवाए थे, वह लोग फिर से झूठे प्रकरण में उसे फंसाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि जब तक सुसाइड नोट पर लिखे आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होता, तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

तीन दिन पहले महिला ने खाया था जहर
जगन्नाथ माने ने बीमा कंपनी में सेल्स मैनेजर रही एक महिला पर भी मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. माने ने अपने सुसाइड नोट में इस महिला के साथ अंतरंग संबंध होने की बात भी कबूली है. उन्होंने महिला द्वारा आर्थिक शोषण की बात भी लिखी है.

इस महिला ने भी बुरहानपुर में 3 दिन पहले जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. महिला ने भी अपने बयान में माने के खिलाफ प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे. आशंका जताई जा रही है कि इन्हीं सब बातों के चलते जगन्नाथ माने ने जहर खा लिया.

खंडवा। एक निजी बीमा कंपनी के एजेंट और RTI कार्यकर्ता जगन्नाथ माने ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. आरटीआई कार्यकर्ता 10 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर छूटे थे. जगन्नाथ माने ने सुसाइड नोट के जरिए कई प्रतिष्ठित लोगों के खिलाफ प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

जगन्नाथ माने ने की आत्महत्या

गौरतलब है कि खंडवा के विभिन्न थानों में जगन्नाथ माने के खिलाफ 8 मामले दर्ज हैं. मृतक बीमा एजेंट पर सूचना के अधिकार अधिनियम का सहारा लेकर लोगों को ब्लैकमेल करने का आरोप था. उसके द्वारा दबाव बनाकर बीमा पॉलिसी बेची जाती थी. मृतक ने पांच पन्नों के सुसाइड नोट के जरिए 17 लोगों के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है.

मृतक ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले व्यापारियों के साथ-साथ पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, तत्कालीन खंडवा कलेक्टर अभिषेक सिंह, तत्कालीन खंडवा सीएसपी शेष नारायण सिंह और बीमा कंपनी की महिला सेल्स मैनेजर के नाम प्रमुख रूप से सुसाइड नोट में लिए हैं.

जगन्नाथ माने पिछले 7 महीनों से जेल में था. पिछले 23 अप्रैल को ही वह जमानत पर बाहर आया था. परिजनों का कहना है कि जिन लोगों ने माने के खिलाफ थाने में अपराध दर्ज करवाए थे, वह लोग फिर से झूठे प्रकरण में उसे फंसाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि जब तक सुसाइड नोट पर लिखे आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होता, तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

तीन दिन पहले महिला ने खाया था जहर
जगन्नाथ माने ने बीमा कंपनी में सेल्स मैनेजर रही एक महिला पर भी मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. माने ने अपने सुसाइड नोट में इस महिला के साथ अंतरंग संबंध होने की बात भी कबूली है. उन्होंने महिला द्वारा आर्थिक शोषण की बात भी लिखी है.

इस महिला ने भी बुरहानपुर में 3 दिन पहले जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी. महिला ने भी अपने बयान में माने के खिलाफ प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे. आशंका जताई जा रही है कि इन्हीं सब बातों के चलते जगन्नाथ माने ने जहर खा लिया.

Intro:खंडवा - खंडवा में एक निजी बीमा कंपनी के एजेंट और आरटीआई कार्यकर्ता ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली या आरटीआई कार्यकर्ता 10 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर आकर छोटा था इस पर खंडवा की विभिन्न थानों में 8 मामले दर्ज थे इस पर आरोप था कि वह सूचना के अधिकार अधिनियम का सहारा लेकर लोगों को ब्लैकमेल करता था और दबाव बनाकर बीमा पॉलिसी बेचता था इस आरटीआई कार्यकर्ता ने 5 पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमें उसने 17 लोगों के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं इसमें उसके खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले व्यापारियों के साथ साथ पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस तत्कालीन खंडवा कलेक्टर अभिषेक सिंह तत्कालीन खंडवा सीएसपी शेष नारायण सिंह और बीमा कंपनी की महिला सेल्स मैनेजर के नाम प्रमुख के परिजनों का कहना है कि जब तक सुसाइड नोट पर लिखे आरोपी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं होता तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे फिलहाल डेडबॉडी को अस्पताल के मरक्युरी रूम में रखा गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है


Body:जगन्नाथ माने नाम का यह सब पुराना संघ का कार्य करता रहा है यह खंडवा नगर निगम परिषद में एल्डरमैन भी रहा है बाद में संघ और भाजपा में नेताओं से इसकी पटरी नहीं बैठती तो उसने दोनों संस्थाओं से नाता तोड़ लिया इसके बाद सूचना के अधिकार में जानकारी निकाल कर कई व्यापारी और उनके संस्थाओं के खिलाफ मामले उजागर किए यहां तक कि जगन्नाथ माने का रसूख और दबदबा इतना हो गया था कि खंडवा में उसकी तूती बोलने लगी थी। 2015 के बाद यह एक निजी बीमा कंपनी का एजेंट बन गया जगन्नाथ माने पर आरोप लगे कि वह सूचना के अधिकार में मिली जानकारी के आधार पर लोगों को ब्लैकमेल कर दबाव बनाने लगा और बदले में पॉलिसी बेचने लगा जब इतने बड़े और रसूखदार लोगों पर भी हाथ डाला तो इनमें से एक के बाद एक लोगों ने इसके खिलाफ थाने में अपराध दर्ज कराएं अलग-अलग थानों में उसके खिलाफ 8 अपराध दर्ज हुए और 7 महीनों से वो जेल में था। जेल में लंबे समय तक रहने के बाद पिछले 23 अप्रैल को ही दवा जमानत पर बाहर आया था उसके परिजनों का कहना है कि जिन लोगों ने उसके खिलाफ थाने में अपराध दर्ज करवाए थे वही लोग फिर से झूठे प्रकरण में उसे फसाना चाहते थे अपने सुसाइड नोट में उसने 17 लोगों का जिक्र किया है जिन पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप है इसमें पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस तत्कालीन खंडवा कलेक्टर अभिषेक सिंह और उस समय के सीएसपी शेष नारायण तिवारी है सुसाइड नोट में बड़े-बड़े लोगों के नाम आने से पुलिस अप फूंक-फूंक कर कदम रख रही है और इनकी भूमिका की जांच कर रही है।


Conclusion:जगन्नाथ माननीय बीमा कंपनी में अपनी सेल्स मैनेजर रही एक महिला पर भी मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं माने ने अपनी सुसाइड नोट में इस महिला के साथ अंतरंग संबंध होने की बात भी कबूली और महिला द्वारा अपना आर्थिक शोषण करने की बात भी लिखी इस महिला ने भी बुरहानपुर में 3 दिन पहले जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। लेकिन बच गई महिला ने भी अपने बयान में माने के खिलाफ प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे कयास लगाए जा रहे हैं कि इन्हीं सब बातों के चलते जगन्नाथ माने ने सुबह जहर खा लिया परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन वह बच नहीं सकता परिजनों का कहना है कि बड़े और रसूखदार लोगों लोगों ने साजिश रच कर उनके भाई के खिलाफ मामले दर्ज करवाएं और झूठे प्रकरण में उसे जेल भिजवाया था परिजनों ने कहा कि सुसाइड नोट में लिखे हुए लोगों के खिलाफ मामले दर्ज होंगे तभी वह अपने भाई का अंतिम संस्कार करेंगे।
byte - अंबाराम माने, मृतक के भाई
note - कुछ जरूरी विजुअल FTP किए हैं कृपया वहां से ले ले।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.