अशोकनगर। मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर अभी उपचुनाव को लेकर तारीख सुनिश्चित नहीं हुई है. लेकिन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता बैठक करने में लगे हुए हैं. चाहे टिकट जिसे मिले, लेकिन तैयारी दोनों पार्टी के नेताओं ने शुरू कर दी है. इस सिलसिले में बीजेपी ने जिले के प्रभारी के रूप में मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री और नरेला विधायक विश्वास सारंग को प्रभारी बनाया है.
पूर्व मंत्री सारंग ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के विकास की जो गाड़ी पटरी से नीचे उतरी थी, वह दोबारा से पटरी पर आ चुकी है. कमलनाथ सरकार के अत्याचार, अनाचार, भ्रष्टाचार जैसे कुकृत्य का अंत हो चुका है.
15 माह में कांग्रेस सरकार ने जो कृत्य किए हैं, उसी के कारण यह परिणाम सामने आया है. ये वहीं कमलनाथ हैं, जब आइफा अवॉर्ड को लेकर इंदौर में हीरोइन के साथ ठुमके लगा रहे थे. उस समय कोरोना वायरस से बचाव को लेकर पूरे देश में सभी राज्य सरकारें काम कर रही थी. उस दौरान मध्य प्रदेश की पूरी सरकार तीन से चार दिन तक इंदौर में रही. मुंबई के बड़े-बड़े कलाकार भी आए.
लेकिन दस मिनट का समय निकालकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना को लेकर कोई मीटिंग नहीं की. यदि वे कोरोना को लेकर सजग होते तो आज हमारे मध्य प्रदेश की यह स्थिति नहीं होती. उन्होंने आगे कहा कि 22 पूर्व विधायकों ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनाने में योगदान दिया है, वह अकल्पनीय है. साथ ही 15 महीने के शासन के बाद बीजेपी सरकार आई है, जो प्रदेश के लिए अच्छा कार्य करेगी.