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30 फीसदी से कम रिजल्ट आने पर शिक्षकों को देनी होगी दक्षता परीक्षा - mp news

सिंगरौली में गिरते शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए 30 परसेंट से कम रिजल्ट आने वाले स्कूलों को चिह्नित कर वहां के शिक्षकों की दक्षता परीक्षा ली जाएगी.

सिंगरौली में गिरता शिक्षा स्तर
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Published : Jun 12, 2019, 2:57 PM IST

सिंगरौली। जिले में लगातार शिक्षा के गिरते स्तर को उठाने के लिए सरकार ने नया तरीका निकाला. कलेक्टर केवीएस चौधरी ने एक निर्देश जारी किया है कि 30 फीसदी से कम रिजल्ट आने वाले स्कूल में शिक्षकों की दक्षता परीक्षा होगी. जिले में करीब 58 स्कूल ऐसे हैं, जहां पर 30% से कम रिजल्ट आया है.

सिंगरौली में गिरता शिक्षा स्तर


सिंगरौली जिले के 30% से कम रिजल्ट आने वालों की हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या 58 है, जिसको लेकर कलेक्टर ने कहा कि जिले में स्कूलों की लगातार खराब हो रही गुणवत्ता और छात्रों के परिणाम खराब होने पर प्रशासन ने ये निर्णय लिया है कि जिस जिले के जिन स्कूलों में बच्चे 30% से कम पास हुए हैं. वहां के शिक्षकों की परीक्षा ली जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि शिक्षक पढ़ाने के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हैं या नहीं. साथ ही उन्हें यह भी बताया की एग्जाम से पहले 5 दिन का शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी.


कलेक्टर ने बताया कि अगर शिक्षक पास नहीं होते हैं तो उन्हें एक मौका और दिया जाएगा. इसी के आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि आखिर उन शिक्षकों पर किस तरह की कार्रवाई की जाएगी.


⦁ सिंगरौली में लगातार गिर रहा शिक्षा का स्तर
⦁ कलेक्टर केवीएस चौधरी ने शिक्षा स्तर सुधारने के दिये निर्देश
⦁ 30 फीसदी से कम रिजल्ट आने वाले स्कूलों के शिक्षकों की होगी दक्षता परीक्षा
⦁ सिंगरौली में 58 स्कूलों का रिजल्ट 30 परसेंट से कम
⦁ दक्षता परीक्षा से पहले शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग

सिंगरौली। जिले में लगातार शिक्षा के गिरते स्तर को उठाने के लिए सरकार ने नया तरीका निकाला. कलेक्टर केवीएस चौधरी ने एक निर्देश जारी किया है कि 30 फीसदी से कम रिजल्ट आने वाले स्कूल में शिक्षकों की दक्षता परीक्षा होगी. जिले में करीब 58 स्कूल ऐसे हैं, जहां पर 30% से कम रिजल्ट आया है.

सिंगरौली में गिरता शिक्षा स्तर


सिंगरौली जिले के 30% से कम रिजल्ट आने वालों की हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या 58 है, जिसको लेकर कलेक्टर ने कहा कि जिले में स्कूलों की लगातार खराब हो रही गुणवत्ता और छात्रों के परिणाम खराब होने पर प्रशासन ने ये निर्णय लिया है कि जिस जिले के जिन स्कूलों में बच्चे 30% से कम पास हुए हैं. वहां के शिक्षकों की परीक्षा ली जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि शिक्षक पढ़ाने के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हैं या नहीं. साथ ही उन्हें यह भी बताया की एग्जाम से पहले 5 दिन का शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी.


कलेक्टर ने बताया कि अगर शिक्षक पास नहीं होते हैं तो उन्हें एक मौका और दिया जाएगा. इसी के आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि आखिर उन शिक्षकों पर किस तरह की कार्रवाई की जाएगी.


⦁ सिंगरौली में लगातार गिर रहा शिक्षा का स्तर
⦁ कलेक्टर केवीएस चौधरी ने शिक्षा स्तर सुधारने के दिये निर्देश
⦁ 30 फीसदी से कम रिजल्ट आने वाले स्कूलों के शिक्षकों की होगी दक्षता परीक्षा
⦁ सिंगरौली में 58 स्कूलों का रिजल्ट 30 परसेंट से कम
⦁ दक्षता परीक्षा से पहले शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग

Intro:सिंगरौली जिले में लगातार शिक्षा के गिर रहे स्तर को लेकर सरकार ने नया तरीका निकाला जिसके बाद जिले के कलेक्टर केवीएस चौधरी की एक निर्देश जारी किया कि जिसके तहत 30 परसेंट से कम रिजल्ट आने वाले स्कूल में शिक्षकों की दक्षता परीक्षा देना होगा जिले में करीब 58 स्कूल ऐसे हैं जहां पर 30% से कम रिजल्ट आया है


Body:दरअसल सिंगरौली जिले के 30% से कम रिजल्ट आने वालों की हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों की संख्या 58 है जिसको लेकर कलेक्टर ने कहा कि जिले में स्कूलों की लगातार खराब हो रही गुणवत्ता और छात्रों के परिणाम खराब आने पर शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जिस जिले के जिन स्कूलों में बच्चे 30% से कम पास हुए हैं वहां के शिक्षकों का परीक्षा ली जाएगी जिससे यह पता चल सके कि शिक्षक पढ़ाने के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित है या नहीं साथ ही उन्हें यह भी बताया की एग्जाम से पहले 5 दिन का शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी जिसके बाद उन्हें परीक्षा देनी होगी और उसने उत्तरण भी होना होगा


कलेक्टर ने बताया कि अगर शिक्षक पास नहीं होते हैं तो उन्हें एक मौका और दिया जाएगा इसी के आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि आखिर उन शिक्षकों पर किस तरह की कार्यवाही की जाएगी

वही जिला शिक्षा अधिकारी बृजेश मिश्रा ने बताया कि जिन हाई स्कूल और हर सेकेंडरी स्कूलों के लगातार शिक्षा के गुणवत्ता खराब हो रहे स्तर के कारण सरकार ने इस तरह का निर्णय लिया है जिसमें जिले की 58 स्कूल आती है इन स्कूलों में करीब 100 से अधिक शिक्षक है जहां 30% से रिजल्ट कम है इन स्कूलों में एक बार शिक्षकों की दक्षता परीक्षा ली जाएगी कि उनका किस विषय कितना कमजोर है और किन किन बिंदुओं में कमजोर है इस दक्षता की परीक्षा में फेल हो जाने के बाद भी उन्हें एक बार फिर मौका दिया जाएगा इसके बाद शासन के आदेश के अनुसार आगे नियमों का पालन किया जाएगा



बाइट जिला कलेक्टर kvs चौधरी

जिला शिक्षा अधिकारी ब्रजेश मिश्रा


Conclusion:
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