भोपाल। बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय सागर में पदस्थ चिकित्सकों के साथ प्रशासन के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेश के समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सा शिक्षक 8 अक्टूबर को पूर्ण रूप से कार्य बंद कर देंगे. इस दौरान चिकित्सीय व्यवस्था एवं शैक्षणिक व्यवस्था का कार्य पूर्ण रुप से बंद रहेगा. वहीं इस मामले में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने भी कड़ा एतराज जताते हुए 8 अक्टूबर को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.
सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का कहना है कि पिछले कुछ समय से लगातार नौकरशाही का रवैया ठीक नहीं है. बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय सागर में पदस्थ डॉ. गौरव तिवारी एवं डॉ. पल्लवी के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की गई है, जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं क्योंकि डॉक्टर पिछले 6 महीने से लगातार कोविड मरीजों के लिए काम कर रहे हैं. इस दौरान एक भी दिन की छुट्टी डॉक्टरों के द्वारा नहीं ली गई है. सभी डॉक्टर पूरी कर्तव्य निष्ठा के साथ लोगों के इलाज में जुटे हुए हैं ऐसी परिस्थितियों में इस तरह के आरोप लगाना गलत है.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में पिछले 6 महीने से लगातार कोविड के इलाज के लिए काम कर रहे किसी चिकित्सक के मेडिकल लाइसेंस / रजिस्ट्रेशन रद्द करने की यह पहली मिसाल पेश की गई है. हमारे कुछ प्रशासनिक अधिकारियों ने आवेश में आकर इस प्रकार की कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन इस शर्मनाक कार्रवाई की घोर निंदा करता है एवं गलत नोटिस देने वाले अधिकारियों के विरुद्ध निलंबन और जांच की कार्रवाई की मांग करता है.
वहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि डॉक्टरों का निलंबन के नोटिस को वापस नहीं लिया गया तो 8 अक्टूबर को प्रदेश के समस्त चिकित्सा शिक्षक अपना कार्य बंद कर अपने साथियों के समर्थन में पूर्ण रुप से सहयोग करेंगे. इससे होने वाली परेशानी के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा. वही इस मामले को लेकर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन मध्यप्रदेश के द्वारा भी आपत्ति दर्ज कराई गई है और इस मामले में जूनियर डॉक्टरों ने अपना पूरा समर्थन डॉक्टरों को दिया है.