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सतना : 10वीं और 12वीं में फेल होने पर दो छात्राओं ने की खुदकुशी

परीक्षा में फेल होने पर सतना जिले की दो छात्राओं ने खुदकुशी कर ली है. जिसमें एक 10वीं और दूसरी 12वीं की छात्रा थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.

घटना स्थल की तस्वीर
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Published : May 16, 2019, 12:03 AM IST

सतना। प्रदेश में आज माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए हैं. जिसमें फेल होने पर जिले की दो छात्राओं ने खुदकुशी कर ली है. जिसमें एक 10वीं और दूसरी 12वीं की छात्रा थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.


दरअसल घटना रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र की है, जहां जमुना गांव के10वीं कक्षा की एक छात्रा परीक्षा में असफल होने पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया है. वहीं दूसरी घटना बरती गांव की है, जहां 12वीं कक्षा में फेल होने के कारण एक छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है.


दोनों घटनाओं से रामपुर क्षेत्र में मातम पसरा है. वहीं सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा उसके बाद परिजनों को शव को सौंप दिया है. फिलहाल पुलिस दोनों मामले में जांच कर रही हैं.

सतना। प्रदेश में आज माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए हैं. जिसमें फेल होने पर जिले की दो छात्राओं ने खुदकुशी कर ली है. जिसमें एक 10वीं और दूसरी 12वीं की छात्रा थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.


दरअसल घटना रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र की है, जहां जमुना गांव के10वीं कक्षा की एक छात्रा परीक्षा में असफल होने पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया है. वहीं दूसरी घटना बरती गांव की है, जहां 12वीं कक्षा में फेल होने के कारण एक छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है.


दोनों घटनाओं से रामपुर क्षेत्र में मातम पसरा है. वहीं सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा उसके बाद परिजनों को शव को सौंप दिया है. फिलहाल पुलिस दोनों मामले में जांच कर रही हैं.

Intro:सागर एक्सीडेंट स्कूल के आयुष्मान ताम्रकार ने एमपी में 499 अंक प्राप्त कर किया टॉप


सागर के एक चौकीदार के बेटे ने एमपी में किया टॉप दसवीं की परीक्षा में हासिल किए 499


सागर। सागर के गवर्नमेंट एक्सीलेंस स्कूल के दसवीं के छात्र आयुष्मान ताम्रकार ने एमपी बोर्ड के मेरिट लिस्ट में पहला स्थान हासिल किया परिणाम घोषित होने के बाद जहां स्कूल में शिक्षकों के बीच खुशी की लहर है वहीं आयुष्मान के माता पिता भी गौरवान्वित महसूस कर रहे आयुष्मान तीन बहनों में एक लोटा भाई है जबकि अभिमान के पिता विपिन ताम्रकार एक प्राइवेट मैरिज गार्डन में चौकीदार का काम करते हैं वहीं मां एक ग्रहणी है आयुष्मान के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है बावजूद इसके आयुष्मान में कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है आयुष्मान के कुल 500 अंक में से 499 अंक हासिल हुए हैं जबकि साइंस विषय में महज 1 अंक काटा गया है आयुष्मान सागर के मोहन नगर वार्ड में रहता है जो रोजाना अपनी साइकिल से कई किलोमीटर दूर स्कूल में पढ़ाई करने आता है आयुष्मान क सपना एक सफल इंजीनियर बनेगा दसवीं के बाद वह मैथ साइंस सब्जेक्ट लेकर आगे इंजीनियरिंग करना चाहता है पढ़ाई में जहां आयुष्मान इस स्मार्ट युग का स्मार्ट बच्चा है लेकिन वह स्मार्टफोन और सोशल नेटवर्किंग साइड से कोसों दूर है आयुष्मान के दोस्त भी गिने-चुने हैं भावना ज्यादातर वक्त पढ़ाई में ही देता है


121 आयुष्मान ताम्रकार


Body:सागर एक्सीडेंट स्कूल के आयुष्मान ताम्रकार ने एमपी में 499 अंक प्राप्त कर किया टॉप


सागर के एक चौकीदार के बेटे ने एमपी में किया टॉप दसवीं की परीक्षा में हासिल किए 499


सागर। सागर के गवर्नमेंट एक्सीलेंस स्कूल के दसवीं के छात्र आयुष्मान ताम्रकार ने एमपी बोर्ड के मेरिट लिस्ट में पहला स्थान हासिल किया परिणाम घोषित होने के बाद जहां स्कूल में शिक्षकों के बीच खुशी की लहर है वहीं आयुष्मान के माता पिता भी गौरवान्वित महसूस कर रहे आयुष्मान तीन बहनों में एक लोटा भाई है जबकि अभिमान के पिता विपिन ताम्रकार एक प्राइवेट मैरिज गार्डन में चौकीदार का काम करते हैं वहीं मां एक ग्रहणी है आयुष्मान के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है बावजूद इसके आयुष्मान में कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है आयुष्मान के कुल 500 अंक में से 499 अंक हासिल हुए हैं जबकि साइंस विषय में महज 1 अंक काटा गया है आयुष्मान सागर के मोहन नगर वार्ड में रहता है जो रोजाना अपनी साइकिल से कई किलोमीटर दूर स्कूल में पढ़ाई करने आता है आयुष्मान क सपना एक सफल इंजीनियर बनेगा दसवीं के बाद वह मैथ साइंस सब्जेक्ट लेकर आगे इंजीनियरिंग करना चाहता है पढ़ाई में जहां आयुष्मान इस स्मार्ट युग का स्मार्ट बच्चा है लेकिन वह स्मार्टफोन और सोशल नेटवर्किंग साइड से कोसों दूर है आयुष्मान के दोस्त भी गिने-चुने हैं भावना ज्यादातर वक्त पढ़ाई में ही देता है


121 आयुष्मान ताम्रकार


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