भोपाल। अगर आप शुद्ध शाकाहारी हैं और होटल में इसलिए खाना नहीं खाते क्योंकि वहां पर मांसाहार भी होता है और आपका शाकाहार टूट सकता है. लेकिन आपकी इस दुविधा को अब मध्य प्रदेश पर्यटन निगम दूर करने जा रहा है. दरअसल मध्य प्रदेश पर्यटन निगम के रेस्टोरेंट्स में वेज और नॉनवेज के लिए एक ही किचन होता था लेकिन अब दोनों ही कैटेगरी के लिए अलग-अलग किचिन कर दिया जाएगा. इसको लेकर पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने आदेश भी निकाल दिए हैं. जिसमें शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के किचन अलग-अलग रखने के निर्देश दिए हैं.
किचने होंगे अलग: पर्यटन मंत्री के निर्देश आदेश में कहा गया है कि भोजन बनाने में स्वच्छता और सात्विकता का होना बहुत जरूरी है. भोजन सीधे तौर पर हमारे मन और स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश पर्यटन निगम के सभी होटलों में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के किचन अलग-अलग रखने के निर्देश दिए हैं. निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जायेगा, जिससे सभी पर्यटकों को पौष्टिक और सात्विक भोजन परोसा जा सकें. मंत्री उषा ठाकुर के निर्देश पर पर्यटन निगम ने सभी इकाइयों के किचिन में वेज एवं नानवेज भोजन बनाने की पृथक-पृथक सेक्शन रखने संबंधी आदेश जारी किये हैं.
FSSAI के हो मानक: इन सभी पेशियों में FSSAI के मानक अनुसार थी काम भी होना चाहिए, इसको लेकर भी पर्यटन विकास निगम के इस आदेश में कहा गया है. जिसमें फ्रीज, डीप-फ्रीज, चाकू, चॉपिंग बोर्ड आदि भी पृथक-पृथक रखें जायेंगे. क्योंकि देखने में यह भी आता था कि कई जगह वेज और नॉनवेज भले ही अलग रखा हो लेकिन उसमें उपयोग होने वाली कढ़ाई ,चक्कू, फ्रिज आदि एक ही हुआ करते थे. जिससे भी शाकाहार और मांसाहार कई बार मिक्स ही हो जाता था और पर्यटन विकास निगम के होटलों में आने वाले शाकाहारी पर्यटकों को इससे परेशानी भी होती थी.
पूर्व सांसद ने लिखा था पत्र: दरअसल कुछ दिन पहले बीजेपी के पूर्व सांसद रहे रघुनंदन शर्मा ने भी इसको लेकर पर्यटन विकास निगम और मंत्री उषा ठाकुर को पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने मांग की थी कि मांसाहार और शाकाहार के लिए अलग-अलग किचन होना चाहिए. इससे स्वच्छता और शुद्धता दोनों ही बढ़ती है. ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद से ही पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने यह आदेश निकलवाया है.