सतना। शुक्रवार को मैहर में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आने के बाद लोगों में रोष है. मैहर मंदिर प्रबंध समिति के दो कर्मचारियों ने भिक्षा मांगने वाली 11 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात की थी. दोनों आरोपियों रवि चौधरी और अतुल बढोलिया को पुलिस ने शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद दोनों आरोपियों को न्यायालय पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया.
कार्रवाई का हल्का विरोध : शनिवार सुबह 10 बजे दोनों आरोपियों के मकान गिराने की कार्रवाई के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन की टीम पहुंचीं. सबसे पहले आरोपी रवि चौधरी के मकान पर बुलडोजर चलाया गया. दूसरे आरोपी अतुल बढोलिया के घर जैसे ही प्रशासन की टीम पहुंची तो परिजनों ने विरोध करना शुरू कर दिया. परिजनों का कहना था कि पहले मामले की पूरी जांच की जाए. इसके बाद मकान गिराया जाए. लेकिन प्रशासन ने किसी की एक नहीं सुनी और दूसरे आरोपी अतुल के घर पर भी बुलडोजर चलाया गया.
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घटना से पूरा प्रदेश शर्मिंदा : बता दें कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपी मैहर प्रबंध समिति के कर्मचारी थे. रवि चौधरी और अतुल बढोलिया दोनों मां शारदा देवी के वन विहार गौशाला में कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे. इस घटना के बाद मैहर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं एसडीएम सुरेश जाधव ने दोनों कर्मचारियों को सेवा हटा दिया. वहीं कलेक्टर द्वारा तात्कालिक सहायता के रूप में बच्ची के परिजनों को 50 हजार रुपए की राशि रेडक्रॉस द्वारा उपलब्ध कराई गई, दुष्कर्म के इस मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है.