ETV Bharat / bharat

Operation Ganga : अगले 24 घंटों में 16 और उड़ानें निर्धारित - 16 flights scheduled For India

यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद (Since India Issued advisories) से लगभग 20000 भारतीय नागरिक युद्धग्रस्त यूक्रेन (Russia Ukraine War ) को उसकी विभिन्न सीमाओं के रास्ते छोड़ चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अब हमारा अनुमान है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में हमारी सलाह जारी होने के बाद से लगभग 20,000 भारतीय नागरिकों ने यूक्रेन की सीमाओं (20,000 Indians have left the Ukraine border) को छोड़ दिया है.

Operation Ganga
ऑपरेशन गंगा
author img

By

Published : Mar 4, 2022, 8:15 PM IST

नई दिल्लीः यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद (Since India Issued advisories) से लगभग 20000 भारतीय नागरिक युद्धग्रस्त यूक्रेन (Russia Ukraine War) को उसकी विभिन्न सीमाओं के रास्ते छोड़ चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अब हमारा अनुमान है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में हमारी सलाह जारी होने के बाद से लगभग 20,000 भारतीय नागरिकों ने यूक्रेन की सीमाओं (20,000 Indians have left the Ukraine border) को छोड़ दिया है. और भी लोग फंसे हुए हैं. लेकिन यह देखकर सुकून मिलता है कि इतने लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि Operation Ganga के तहत अगले 24 घंटों के लिए भारतीय वायूसेना के C-17 विमान सहित 16 उड़ानें निर्धारित (16 flights scheduled) हैं. अरिंदम बागची ने कहा कि हमने विशेष ट्रेनों के लिए #यूक्रेन के अधिकारियों से अनुरोध किया था, लेकिन उनकी तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है.

पढ़ें: यूक्रेन में किसी भी भारतीय छात्र को नहीं बनाया गया बंधक: विदेश मंत्रालय

मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि पूर्वी यूक्रेन विशेष रूप से खारकिव और पिसोचिन (Kharkiv and Pisochin) पर हमारा सबसे अधिक ध्यान है. हम वहां से कुछ बसों में भारतीय नागरिकों को लाने में कामयाब रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पिसोचिन में 900-1000 भारतीय और सूमी में 700 से अधिक भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम सूमी को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि बिना युद्धविराम के फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालना मुश्किल लगता है. हम संबंधित पक्षों- यूक्रेन और रूस से आग्रह करते हैं कि कम से कम एक स्थानीय युद्धविराम हो, ताकि हम अपने लोगों, छात्रों को निकाल सकें.

पढ़ें: PM Modi high-level meeting: यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी की हाईलेवल मीटिंग

उन्होंने बताया कि यूक्रेन में रूस के हमले में घायल हुए हरजोत सिंह के इलाज का खर्च भारत सरकार उठाएगी. बागची ने कहा कि हमने एक बांग्लादेशी नागरिक को भी वहां से निकाला है. हमें एक नेपाली नागरिक की निकासी के लिए भी अनुरोध प्राप्त हुआ है. इससे पहले बागची ने गुरुवार को कहा था कि मैं यह नहीं कह सकता कि हम नीचे की ओर बढ़ रहे हैं (अभी तक...) हम ऑपरेशन गंगा को तब तक जारी रखेंगे जब तक कि अंतिम व्यक्ति को बाहर नहीं निकाल लिया जाता.

नई दिल्लीः यूक्रेन में भारतीय दूतावास द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद (Since India Issued advisories) से लगभग 20000 भारतीय नागरिक युद्धग्रस्त यूक्रेन (Russia Ukraine War) को उसकी विभिन्न सीमाओं के रास्ते छोड़ चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अब हमारा अनुमान है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह में हमारी सलाह जारी होने के बाद से लगभग 20,000 भारतीय नागरिकों ने यूक्रेन की सीमाओं (20,000 Indians have left the Ukraine border) को छोड़ दिया है. और भी लोग फंसे हुए हैं. लेकिन यह देखकर सुकून मिलता है कि इतने लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि Operation Ganga के तहत अगले 24 घंटों के लिए भारतीय वायूसेना के C-17 विमान सहित 16 उड़ानें निर्धारित (16 flights scheduled) हैं. अरिंदम बागची ने कहा कि हमने विशेष ट्रेनों के लिए #यूक्रेन के अधिकारियों से अनुरोध किया था, लेकिन उनकी तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है.

पढ़ें: यूक्रेन में किसी भी भारतीय छात्र को नहीं बनाया गया बंधक: विदेश मंत्रालय

मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि पूर्वी यूक्रेन विशेष रूप से खारकिव और पिसोचिन (Kharkiv and Pisochin) पर हमारा सबसे अधिक ध्यान है. हम वहां से कुछ बसों में भारतीय नागरिकों को लाने में कामयाब रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पिसोचिन में 900-1000 भारतीय और सूमी में 700 से अधिक भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम सूमी को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि बिना युद्धविराम के फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालना मुश्किल लगता है. हम संबंधित पक्षों- यूक्रेन और रूस से आग्रह करते हैं कि कम से कम एक स्थानीय युद्धविराम हो, ताकि हम अपने लोगों, छात्रों को निकाल सकें.

पढ़ें: PM Modi high-level meeting: यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी की हाईलेवल मीटिंग

उन्होंने बताया कि यूक्रेन में रूस के हमले में घायल हुए हरजोत सिंह के इलाज का खर्च भारत सरकार उठाएगी. बागची ने कहा कि हमने एक बांग्लादेशी नागरिक को भी वहां से निकाला है. हमें एक नेपाली नागरिक की निकासी के लिए भी अनुरोध प्राप्त हुआ है. इससे पहले बागची ने गुरुवार को कहा था कि मैं यह नहीं कह सकता कि हम नीचे की ओर बढ़ रहे हैं (अभी तक...) हम ऑपरेशन गंगा को तब तक जारी रखेंगे जब तक कि अंतिम व्यक्ति को बाहर नहीं निकाल लिया जाता.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.