शिवपुरी। श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से निकलकर पवन (ओवान) चीता ने माधव नेशनल पार्क में अपना नया ठिकाना बना लिया था. लगभग 15 दिन में दूसरी बार कूनो नेशनल पार्क से निकलकर माधव नेशनल पार्क में पहुंच गया था. लगभग 7 दिनों बाद शनिवार को रेस्क्यू टीम ने पवन चीता को ट्रेंकुलाइज करने में सफलता पाई. अमोला थाना क्षेत्र के अमोला क्रेशर के पास छान गांव पहुंची टीम ने पवन को शाम को ट्रेंकुलाइज कर चीते को टीम अपने साथ कूनो नेशनल पार्क ले गई. चीता के रेस्क्यू होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है क्योंकि चीते ने 7 दिन में लगभग तीन से चार शिकार किए थे. पवन चीता ने बकरी गाय को अपना निशाना बनाया था.
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बफर जोन से बाहर जा रहे चीते: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर में नामीबिया से लाए गए 8 नर-माद चीतों को रिलीज कर 75 वर्ष बाद भारत में चीतों को बसाया. उन्ही 8 चीतों में से एक ओवान है जिसका नाम बदलकर अब भारतीय नाम पवन रख दिया गया है. पवन पिछले एक महीनें में कई बार कूनो नेशनल पार्क से निकलकर आस-पास के क्षेत्रों में पहुंचा. जिसके बाद कूनो पार्क की टीम ने उसे किसी तरह फिर से कूनो पार्क पहुंचाया. बफर जोन के बाहर चीता की लोकेशन लगातार ट्रैक की जाती रही. वन विभाग की टीम उस पर निगाह बनाए हुए थी. एक बार फिर कूनो नेशनल पार्क से निकला पवन चीता आखिरकार 7 दिनों बाद रेस्क्यू कर कूनो पार्क में छोड़ा गया. पवन के अलावा कूनो नेशनल पार्क की सबसे चर्चित मादा चीता आशा भी जंगल से बाहर निकल चुकी है.