इंदौर। मध्यप्रदेश में लव जिहाद और मुस्लिम धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर एक तरफ जहां शिवराज सरकार सख्त है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद और दुर्गा वाहिनी जैसे संगठन अब युवतियों को लव जिहाद से निपटने की ट्रेनिंग दे रहे हैं. अपनी तरह की इस ट्रेनिंग में युवतियों और लड़कियों को लव जिहाद के मामलों से कैसे बचना है, इसके लिए उन्हें बौद्धिक वर्ग के साथ शारीरिक रूप से सक्षम बनाने और आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं. इंदौर संभाग के जिलों की करीब 500 युवतियों ने लव जिहाद के खिलाफ प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होकर शहर के विभिन्न मार्गों से शौर्य संचलन निकालकर लव जिहाद के खिलाफ जन जागरूकता का संदेश दिया.
हिंदू संगठन कर रहे लड़कियों को जागरूक: दरअसल, मध्य प्रदेश के पश्चिमी अंचल में लव जिहाद के साथ मुस्लिम धर्मांतरण की गतिविधियां बीते एक दशक में सर्वाधिक सामने आई हैं. इन घटनाओं में सबसे ज्यादा टारगेट स्कूली छात्राओं और ग्रामीण अंचल की युवतियों को किया जाता है. जिन्हें मुस्लिम युवकों द्वारा अलग-अलग माध्यम से संपर्क करके उन्हें लव जिहाद में फंसा कर शारीरिक शोषण और धर्मांतरण के दलदल में धकेल दिया जाता है. यही वजह है कि अब विश्व हिंदू परिषद और दुर्गा वाहिनी जैसे संगठन लव जिहाद को लेकर संबंधित अंचल की युवतियों को विशेष प्रकार की ट्रेनिंग के जरिए जागरूक कर रहे हैं.
ऐसे लोगों से अलर्ट रहें लड़कियां: पांच दिवसीय इस ट्रेनिंग के दौरान युवतियों को लव जिहाद के जाल से बचने के अलावा मुस्लिम युवकों द्वारा अलग-अलग तरह से युवतियों को टारगेट करने के तरीके भी बताए गए. इसके अलावा लड़कियों और स्कूली छात्राओं को उन तमाम संपर्क सूत्रों और जान पहचान को लेकर अलर्ट किया गया, जिनके माध्यम से उन्हें भविष्य में टारगेट किया जा सकता है. लिहाजा इंदौर संभाग के कई जिलों की 500 छात्राएं यहां बौद्धिक और शारीरिक प्रशिक्षण वर्ग में शामिल हुईं. जिन्होंने बौद्धिक वर्ग के अलावा दंड, तलवार, राइफल, लक्ष्य भेद आदि का भी प्रशिक्षण लिया. प्रशिक्षण वर्ग की समाप्ति के अवसर पर सभी युवतियों का शौर्य संचलन शहर के चिमन बाग मैदान से चिकमंगलूर चौराहा, जेल रोड चौराहा, खातीपुरा, किशनपुरा, छतरी, लक्ष्मी मंदिर, राजवाड़ा होकर पुणे एमजी रोड थाना नगर निगम चौराहा होते हुए चिमन बाग पर ही संपन्न हुआ. इस शौर्य संचलन में सभी प्रशिक्षण वर्ग की युवतियां जय-जय श्रीराम के उद्घोष के साथ तलवार दंड और नगाड़े लिए चल रही थीं. जिनका शहर के विभिन्न मार्गो पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.
बौद्धिक वर्ग की जरूरी सीख: ट्रेनिंग में युवतियों को बौद्धिक रूप से समझदार बनाने और जिहादियों से बचने के लिए उनसे दूर रहने की ट्रेनिंग दी गई. इस दौरान बताया गया कि दूसरे धर्म के युवक दुकानों, बाजार अथवा ऑनलाइन माध्यम से संबंधित युवती का नंबर प्राप्त करते हैं. इसके बाद उनसे पहचान बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा मिलने की कोशिश करते हैं. नज़दीकियां बढ़ने पर उन्हें गलत काम के लिए प्रेरित किया जाता है, जब वह गलत रास्ते पर चली जाती हैं तो उनका शोषण किए जाने के बाद धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया जाता है. लिहाजा अब युवतियों को बताया जा रहा है कि जहां भी उनका मोबाइल नंबर या संपर्क सूत्र किसी अन्य धर्म के युवक प्राप्त कर सकते हैं, या उनके नंबरों का दुरुपयोग हो सकता है उससे बचने का प्रयास करें. पढ़ाई लिखाई के दौरान अथवा बाजार या अन्य कामकाज के दौरान अपने नंबर अथवा संपर्क सूत्र अनजान परिचितों को ना दें, क्योंकि यह दूसरे धर्म के हो सकते हैं. इसके अलावा कोशिश की जाए कि स्वधर्म के दुकानदार अथवा परिचित से ही व्यवसायिक व्यवहार और खरीदी एवं संपर्क किया जाए.