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अरुणाचल प्रदेश से लापता युवक चीन की सीमा में मिला

अरुणाचल प्रदेश से लापता 17 साल का एक भारतीय युवक चीन की सीमा में मिल गया (Arunachal pradesh missing youth found) है. भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि की है.

Missing youth from Arunachal Pradesh found in China border
अरुणाचल प्रदेश से लापता युवक चीन की सीमा में मिला
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Published : Jan 23, 2022, 12:30 PM IST

Updated : Jan 23, 2022, 3:20 PM IST

नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश से लापता 17 साल का एक भारतीय युवक चीन की सीमा में मिल गया है. भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि की है. रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने कहा, ' चीनी सेना ने हमें सूचित किया है कि उन्हें अरुणाचल प्रदेश का एक लापता लड़का मिल गया है और उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है.' (Arunachal pradesh missing youth found).

अरुणाचल प्रदेश का 17 वर्षीय मिराम तारन 18 जनवरी 2022 से लापता था. स्थानीय निवासियों और सांसद ने चीनी सेना द्वारा उसे बंदी बनाने का दावा करते हुए उसकी रिहाई को लेकर आवाज उठायी थी.

अरुणाचल प्रदेश में कथित तौर पर चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) के द्वारा 17 साल के एक भारतीय युवक को बंदी बनाने का मामला सामने आया था . अरुणाचल प्रदेश के लोकसभा सांसद तपीर गाओ (arunachal pradesh mp tapir gao) ने इसका दावा किया था. सांसद तपीर गाओ ने कहा था कि 17 वर्षीय मिराम तारन को मंगलवार को भारतीय क्षेत्र से पीएलए (चीनी सेना) ने बंदी बनाया गया है. गाओ ने बताया है कि जिदो गांव के रहने वाले 17 साल के मिराम टैरोन का अपहरण कर चीनी सैनिकों ने उसे बंदी बना लिया. घटना 18 जनवरी 2022 की बताई जा रही है. अब इस मामले में सांसद ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

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    Chinese #PLA has abducted Sh Miram Taron, 17 years of Zido vill. yesterday 18th Jan 2022 from inside Indian territory, Lungta Jor area (China built 3-4 kms road inside India in 2018) under Siyungla area (Bishing village) of Upper Siang dist, Arunachal Pradesh. pic.twitter.com/ecKzGfgjB7

    — Tapir Gao (@TapirGao) January 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सांसद ने इस घटना को लेकर जानकारी देते हुए बताया था कि 18 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में सियुंगला क्षेत्र में भारतीय सीमा के अंदर से युवक को चीनी सैनिक उठाकर ले गए हैं. सांसद के मुताबिक युवक का दोस्त पीएलए के चंगुल से भाग निकला और अधिकारियों को इसकी सूचना दी. तपीर गाओ ने भारत सरकार की सभी एजेंसियों से अनुरोध किया है कि युवकी की जल्द रिहाई के लिए कदम उठाएं.

बता दें, लुंगटा जोर वहीं भारतीय क्षेत्र है जहां चीन ने 2018 में भारत के अंदर 3-4 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर लिया था. चीनी सैनिकों द्वारा अगवा किया गया युवक और उसका दोस्त दोनों स्थानीय शिकारी हैं और जिदो गांव के रहने वाले हैं.

ये भी पढ़ें- जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये

तपीर गाओ ने कहा कि घटना उस स्थान के पास हुई जहां त्सांगपो नदी भारतीय क्षेत्र में (अरुणाचल प्रदेश) में प्रवेश करती है. त्सांगपो को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र नदी कहा जाता है. गाओ ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक को घटना से अवगत करा दिया है और उनसे इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. गाओ ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को टैग किया है. सितंबर 2020 में भी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों का अपहरण कर लिया था और लगभग एक सप्ताह के बाद उन्हें रिहा कर दिया था.

ताजा घटना ऐसे समय में आई है जब भारतीय सेना अप्रैल 2020 से पूर्वी लद्दाख में पीएलए और भारतीय सेना के बीच गतिरोझ जारी है. भारत लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक चीन के साथ 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) साझा करता हैं. चीन अरुणाचल के कई हिस्सों पर अपना दावा करता रहा है.

नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश से लापता 17 साल का एक भारतीय युवक चीन की सीमा में मिल गया है. भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि की है. रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने कहा, ' चीनी सेना ने हमें सूचित किया है कि उन्हें अरुणाचल प्रदेश का एक लापता लड़का मिल गया है और उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है.' (Arunachal pradesh missing youth found).

अरुणाचल प्रदेश का 17 वर्षीय मिराम तारन 18 जनवरी 2022 से लापता था. स्थानीय निवासियों और सांसद ने चीनी सेना द्वारा उसे बंदी बनाने का दावा करते हुए उसकी रिहाई को लेकर आवाज उठायी थी.

अरुणाचल प्रदेश में कथित तौर पर चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) के द्वारा 17 साल के एक भारतीय युवक को बंदी बनाने का मामला सामने आया था . अरुणाचल प्रदेश के लोकसभा सांसद तपीर गाओ (arunachal pradesh mp tapir gao) ने इसका दावा किया था. सांसद तपीर गाओ ने कहा था कि 17 वर्षीय मिराम तारन को मंगलवार को भारतीय क्षेत्र से पीएलए (चीनी सेना) ने बंदी बनाया गया है. गाओ ने बताया है कि जिदो गांव के रहने वाले 17 साल के मिराम टैरोन का अपहरण कर चीनी सैनिकों ने उसे बंदी बना लिया. घटना 18 जनवरी 2022 की बताई जा रही है. अब इस मामले में सांसद ने केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

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    Chinese #PLA has abducted Sh Miram Taron, 17 years of Zido vill. yesterday 18th Jan 2022 from inside Indian territory, Lungta Jor area (China built 3-4 kms road inside India in 2018) under Siyungla area (Bishing village) of Upper Siang dist, Arunachal Pradesh. pic.twitter.com/ecKzGfgjB7

    — Tapir Gao (@TapirGao) January 19, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सांसद ने इस घटना को लेकर जानकारी देते हुए बताया था कि 18 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में सियुंगला क्षेत्र में भारतीय सीमा के अंदर से युवक को चीनी सैनिक उठाकर ले गए हैं. सांसद के मुताबिक युवक का दोस्त पीएलए के चंगुल से भाग निकला और अधिकारियों को इसकी सूचना दी. तपीर गाओ ने भारत सरकार की सभी एजेंसियों से अनुरोध किया है कि युवकी की जल्द रिहाई के लिए कदम उठाएं.

बता दें, लुंगटा जोर वहीं भारतीय क्षेत्र है जहां चीन ने 2018 में भारत के अंदर 3-4 किलोमीटर सड़क का निर्माण कर लिया था. चीनी सैनिकों द्वारा अगवा किया गया युवक और उसका दोस्त दोनों स्थानीय शिकारी हैं और जिदो गांव के रहने वाले हैं.

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तपीर गाओ ने कहा कि घटना उस स्थान के पास हुई जहां त्सांगपो नदी भारतीय क्षेत्र में (अरुणाचल प्रदेश) में प्रवेश करती है. त्सांगपो को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र नदी कहा जाता है. गाओ ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक को घटना से अवगत करा दिया है और उनसे इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. गाओ ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय सेना को टैग किया है. सितंबर 2020 में भी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों का अपहरण कर लिया था और लगभग एक सप्ताह के बाद उन्हें रिहा कर दिया था.

ताजा घटना ऐसे समय में आई है जब भारतीय सेना अप्रैल 2020 से पूर्वी लद्दाख में पीएलए और भारतीय सेना के बीच गतिरोझ जारी है. भारत लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक चीन के साथ 3,400 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) साझा करता हैं. चीन अरुणाचल के कई हिस्सों पर अपना दावा करता रहा है.

Last Updated : Jan 23, 2022, 3:20 PM IST
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