अमरावती: आजकल के समय में जहां कुछलोग अपने माता -पिता को वृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं वहीं समाज में कुछ ऐसे भी उदाहरण भी हैं जो बताते हैं कि आज भी कुछ लोग अपने माता-पिता को भगवान समान मानते हैं. हाल ही में आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें बेटे ने अपने पिता के संकल्प को न सिर्फ पूरा किया, बल्कि लोगों के सामने एक उदाहरण भी रखा.
दरअसल, एक कंपनी चलाने वाले ग्रांथी सुब्बाराव ने यहां के पोट्टूर क्षेत्र में एक गणेश मंदिर बनवाने की सोची. इसके लिए उन्होंने काले पत्थर से 18 फीट की भगवान गणेश की प्रतिमा बनवाई. लेकिन मंदिर बनवाने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई. इसके बाद उनके बेटे कांताराव ने पिता की प्रतिज्ञा पूरा करने का बीड़ा उठाया और भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पूरा कराया.
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इसके साथ ही कांताराव ने अपने माता-पिता को श्रद्धाजंलि देने के लिए उनकी भी कांसे की मूर्ति मंदिर प्रांगण में लगवाई है. उन्होंने कहा कि वे अपने माता-पिता को भगवान के समान मानते हैं और इसलिए उन्होंने यह मूर्तियां लगवाईं. कांताराव का अपने माता-पिता के प्रति समर्पण देखकर अब लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.