बेंगलुरु: कर्नाटक के बनशंकरी पुलिस को आखिरकार वह किशाेरी मिल गई जो अपने रिश्तेदारों के घर से अचानक गायब हाे गई थी. दरअसल वह अपने दादा-दादी से मिलने के लिए घर से निकली थी.
इस दाैरान जब लड़की सड़क पर ऐसे ही घूम रही थी तब एक महिला ने उसे आश्रय दिया. आपकाे बता दें कि विराजपेट के रहने वाले अयप्पा बनशंकरी थाना क्षेत्र में कार्यरत हैं. पिछले साल अयप्पा अपने रिश्तेदार की पोती रोहिता (बदला हुआ नाम) को पढ़ाई के लिए बेंगलुरु लेकर आए थे. उसे येदियुर के एक सरकारी स्कूल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 21 अगस्त को वह गायब हाे गई.
लगातार तलाश करने के बाद भी बच्ची का कहीं पता नहीं चला तब अयप्पा ने थाने जाकर शिकायत की कि वह फिरभी नहीं मिली. बाद में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया. पुलिस ने बसवनगुडी ( Basavanagudi), चामराजपेटे (Chamarajapete) और मैसूर रोड के सीसीटीवी फुटेज की जांच की.अंत में लड़की का पता चल गया.
बता दें कि लड़की सड़क के किनारे खड़ी थी. उसी समय एक महिला ने उससे पूछताछ की. लड़की ने कहा कि मेरे कोई माता-पिता नहीं हैं. मैं दादी - दादाजी के घर जाना चाहती हूं, मेरे रिश्तेदार आकर मुझे ले जाएंगे. तब तक कृपया मुझे आश्रय दें. महिला ने उसे कुछ दिनाें तक आश्रय दिया था.
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पुलिस की लगातार तलाश के बाद लड़की का पता चल गया. बाद में लड़की ने पुलिस काे बताया कि उसे अपने दादा-दादी की बहुत याद आ रही थी वह उनसे मिलना चाहती थी इसलिए पैदल ही निकल पड़ी थी.