इंदौर। भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ टीआई हाकम सिंह पंवार ने इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया. उन्होंने पहले एक महिला सब इंस्पेक्टर को गोली मारी, इसके बाद खुद अपनी जान दे दी.
गाड़ी को लेकर था विवाद: टीआई हाकम सिंह महिला एसआई से मिलने पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे थे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक घटना में महिला एसआई रंजना खांडे घायल हो गई हैं, जिन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर FSL व अन्य टीमें पहुंच गईं. पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र भी पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे. टीआई हाकम सिंह पहले इंदौर के खुड़ैल सिमरोल और सराफा थाने में पदस्थ थे. इसके बाद वे खरगोन के महेश्वर और भीकनगांव में भी टीआई रहे.
भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में हुआ था ट्रांसफर: भोपाल के एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा का कहना है कि टीआई हाकम सिंह 6 फरवरी 2022 को भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ हुए थे. वह खटलापुरा इलाके में फ्लैट लेकर किराए से रहते थे. मूलत: तराना उज्जैन के रहने वाले हाकम सिंह भोपाल में अकेले रहते थे. 21 जून को तीन दिन की छुट्टी लेकर इंदौर गए थे, गुरुवार को उन्हें जॉइन करना था.
थाना प्रभारी हाकम सिंह पंवार से क्रेटा कार खरीदी थी, कार सेकंड हैंड खरीदने के बाद टीआई को 7 लाख रुपए से ज्यादा का पेमेंट किया, लेकिन पेमेंट करने के बाद भी उनके द्वारा कार नहीं दी जा रही थी. जब भी कार माँगी जाती, तब विवाद किया जाता था. पिछले दो दिनो से विवाद चल रहा था और उसी विवाद के बाद आज जब वह बात करने आये, तो इस दौरान भी कार को लेकर विवाद हुआ और फिर अचानक से हाकम सिंह पंवार ने अपनी पिस्टल से गोली चला दी.
- रंजना, घायल पुलिसकर्मी
पहले भी हुआ विवाद: घटना में घायल रंजना ने यह भी बताया कि, हाकम सिंह पवार पिता सामान है और गाड़ी को लेकर मुझसे थाना प्रभारी का कोई विवाद नहीं था. कार को लेकर विवाद मेरे भाई से थाना प्रभारी का था और उसी विषय में बात करने वह आये हुए थे. महिला एसआई ने इस दौरान यह भी बताया कि वह भोपाल भी पिछले दिनों थाना प्रभारी की शिकायत करने गई थी और उस समय भी थाना प्रभारी से विवाद हुआ था.
खरगोन की रहने वाली हैं रंजना: घायल एसआई रंजना खरगोन जिले की रहने वाली हैं और उनकी पहली पोस्टिंग धार में हुई थी. वे साल 2018 में इंदौर आई थीं, पुलिस कंट्रोल रूम में रीगल पर ही ASI के पद पर थीं. वर्ष 2014 में सीधी भर्ती के जरिए रंजना विभाग में ज्वाइन हुई थीं. फिलहाल घायल महिला एसआई का उपचार चल रहा है और उनकी हालत ठीक बताई जा रही है. घायल रंजना ने खुलासा करते हुए बताया कि गाड़ी को लेकर यह पूरा विवाद हुआ था और वह बातचीत करने के लिए इंदौर आए हुए थे. इसी दौरान विवाद हो गया और उसके बाद उन्होंने अपनी पिस्टल से फायर कर दिया.
आगर के रहने वाले हैं थाना प्रभारी: थाना प्रभारी हाकम सिंह मूलतः आगर के रहने वाले हैं और काफी सालों से इंदौर सहित विभिन्न जिलों में थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ रहे हैं. फिलहाल घटना की सूचना आगर में रहने वाले परिजनों को भी दे दी गई है. टीआई अभी कुछ दिनों बाद पहले ही ट्रांसफर होकर भोपाल के श्यामला हिल्स थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ हुए हैं. अभी पिछले दिनों 3 दिन की छुट्टी लेकर वह इंदौर पहुंचे और यहां पर घटनाक्रम को अंजाम दे दिया फिलहाल पुलिस पूरे मामले की काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है.
कैंपस नहीं है सुरक्षित: इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम पर जिस तरह से गोली कांड की घटना घटित हुई, उससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. क्योकि पुलिस अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न थाना क्षेत्रों में सीसीटीवी लगवाने की बात करती है, लेकिन खुद पुलिस कंट्रोल रूम पर ही सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. जिसके कारण आज हुई पूरी घटना वहां पर कैद नहीं हुई. वहीं केम्पस में ही बने इंडियन कॉफी हाउस में मौजूद सीसीटीवी में यह लोग कैद हुए और इसके बाद ही यह पूरा घटनाक्रम सामने आया.