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ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण

DRDO ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का जमीन से जमीन पर हमले का सफल परिक्षण किया है. जानें ब्रहमोस की खासियत.

सांकेतिक चित्र
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Published : Sep 30, 2019, 1:57 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 2:16 PM IST

नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा के तट से 290 किलोमीटर वाली स्ट्राइक रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के भूमि-हमले संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है.

रक्षा सूत्रों ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण में इसमें स्वदेशी उपकरणों को बढ़ा दिया गया है . इसे भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाता है.

ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जो विभिन्न भूमिकाओं और विभिन्न संस्करणों में सशस्त्र बलों की तीनों सेवाओं द्वारा संचालित की जाती है.

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल

ब्रह्मोस मिसाइल, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है और इसका इस्तेमाल जहाज और जमीन के ठिकानों के खिलाफ किया जा सकता है.

इसकी रेंज 300 किलोमीटर तक है. यह मिसाइल जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों और जमीन पर वाहनों में स्थापित करने के लिए विशिष्ट रूप से कॉन्फ़िगर की गई है.

ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है जिसमें डीआरडीओ आयात लागत में कटौती करने के लिए ब्रहमोस में स्वदेशी उपकरणों को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.

पढ़ें-दूसरी कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस 'खंडेरी' की जानें खासियत

इसके पहले भारतीय सेना ने हवा से हवा में मार करने वाली मसाइल अस्त्र का सफल परिक्षण किया था.

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों के अनुसार, अस्त्र मिसाइल ने लगभग 90 किमी की अधिकतम सीमा पर एक जीवित हवाई लक्ष्य को मार गिराया था.

वायु सेना और DRDO ओडिशा के तट से दूर अस्त्र मिसाइल का परीक्षण किया था, इस मिसाइल का सोमवार को सुखोई -30 एमकेआई लड़ाकू विमान से सफल परीक्षण किया गया.

नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा के तट से 290 किलोमीटर वाली स्ट्राइक रेंज ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के भूमि-हमले संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है.

रक्षा सूत्रों ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल परीक्षण में इसमें स्वदेशी उपकरणों को बढ़ा दिया गया है . इसे भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाता है.

ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जो विभिन्न भूमिकाओं और विभिन्न संस्करणों में सशस्त्र बलों की तीनों सेवाओं द्वारा संचालित की जाती है.

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल

ब्रह्मोस मिसाइल, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है और इसका इस्तेमाल जहाज और जमीन के ठिकानों के खिलाफ किया जा सकता है.

इसकी रेंज 300 किलोमीटर तक है. यह मिसाइल जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों और जमीन पर वाहनों में स्थापित करने के लिए विशिष्ट रूप से कॉन्फ़िगर की गई है.

ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है जिसमें डीआरडीओ आयात लागत में कटौती करने के लिए ब्रहमोस में स्वदेशी उपकरणों को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.

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इसके पहले भारतीय सेना ने हवा से हवा में मार करने वाली मसाइल अस्त्र का सफल परिक्षण किया था.

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों के अनुसार, अस्त्र मिसाइल ने लगभग 90 किमी की अधिकतम सीमा पर एक जीवित हवाई लक्ष्य को मार गिराया था.

वायु सेना और DRDO ओडिशा के तट से दूर अस्त्र मिसाइल का परीक्षण किया था, इस मिसाइल का सोमवार को सुखोई -30 एमकेआई लड़ाकू विमान से सफल परीक्षण किया गया.

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Last Updated : Oct 2, 2019, 2:16 PM IST
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