Ranchi News: पिठौरिया के माथे से मिटा पेयजल की किल्लत का कलंक, आज नल में हमेशा आता है पानी - पेयजल की किल्लत
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रांची का पिठौरिया आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है. भले ही गुजरे वक्त में इसके नाम के साथ दुश्वारियां और कई खामियां जुड़ी हुई थीं. लेकिन इस बार चर्चा काफी सुखद और सम्मानजनक है. देश की प्रथम महिला ने पिठौरिया की एक महिला को सम्मानित किया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुखिया मुन्नी देवी को स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान का अवार्ड दिया है. ये सम्मान इसलिए है क्योंकि कभी ड्राई जोन में शुमार पिठौरिया में आज हर घर नल से पीने का पानी गांव तक पहुंचाने में मुन्नी देवी का काफी योगदान रहा. लगातार मेहनत और अथक परिश्रम से मुन्नी देवी ने पिठौरिया के माथे से पेयजल की किल्लत का कलंक मिटाया और गांव वालों की प्यास बुझाई. आखिर ऐसे कम पानी वाले क्षेत्र में पानी कैसे आया ये भी जानने का विषय है. रांची के कांके रोड पर रिंग रोड के पास जुमार नदी पर एक चेक डैम बनाया गया और यहीं पर एक इंटेक वेल तैयार किया गया है. यहां से हाई पावर वाले मोटर से पाइप के सहारे लगभग 8 किलोमीटर दूर पिठौरिया गांव तक पानी जाता है. इसके बाद थाना के पास वाटर ट्रिटमेंट प्लांट में इस पानी को साफ किया जाता है. इसके बाद इस प्लांट से पानी को टंकी पर चढ़ाया जाता है. इस टंकी की क्षमता 3.20 लाख लीटर है, जिससे गांव में हमेशा पानी पहुंचता है.