झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र: बीजेपी विधायकों के निलंबन पर जमकर हुई सियासत, आमने सामने हुआ सत्ता पक्ष विपक्ष - झारखंड विधानसभा से बीजेपी विधायक निलंबित
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Published : Dec 19, 2023, 9:13 PM IST
|Updated : Dec 19, 2023, 9:50 PM IST
Reaction on suspension of BJP MLAs from Jharkhand Assembly. रांची: शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन झारखंड विधानसभा काफी हंगामेदार रहा. सत्ता पक्ष और विपक्ष की तीखी नोंक-झोक के बाद हालत इतनी बिगड़ गई की स्पीकर रबींद्रनाथ महतो को सदन से तीन भाजपा विधायक को निलंबित करनी पड़ी. निलंबन से नाराज भाजपा विधायक भोजनावकाश से पहले सदन से वाकआउट कर विधानसभाध्यक्ष पर सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते रहे. इधर सदन में भाजपा के तीन विधायक पर की गई कार्रवाई पर सियासत शुरू हो गई है. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों का एक शिष्टमंडल ने राज्यपाल से गुहार लगाई है वहीं दूसरी ओर स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने विधायकों पर की गई कार्रवाई को विधिसम्मत बताते हुए इसे सही करार दिया है. उन्होंने कहा है कि यदि सदन को कोई सदस्य या दल के द्वारा हैक करने की कोशिश की जाती है तो आसन के लिए इसके सिवा कोई उपाय नहीं होता है विधायकों को पहले से ही चेताया जा रहा था कि जहां विरोध करना है वहां जरूर करें मगर किसी दूसरे सदस्यों के प्रश्नों के समय इस तरह से हंगामा करना उचित नहीं है.
बदले की भावना से सरकार काम नहीं करती-सीएम: विपक्ष के द्वारा सरकार पर बदले की भावना से ग्रसित होकर काम करने के लग रहे आरोप को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि विपक्ष येन केन प्रकारेण सदन को व्यवधान करने में लगे हैं. स्पीकर ने इसे संज्ञान में लिया है उनका क्षेत्राधिकार है. इधर आजसू विधायक लंबोदर महतो ने मंगलवार को सदन के अंदर भाजपा के तीन विधायकों के निलंबन पर दुख जताते हुए स्पीकर से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है. विधायक सरयू राय ने भी सदन में भाजपा के तीन विधायकों को निलंबित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि आजकल लोकसभा विधानसभा की स्थिति ही ऐसी हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि विधानसभाध्यक्ष के निर्णय पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा मगर जिस तरह से सदन के महत्वपूर्ण समय का बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है वह उचित नहीं है, विपक्ष को भी इसे समझना पड़ेगा. विपक्ष की अनुपस्थिति में भोजनावकाश के बाद सदन चलता रहा जिस दौरान सरकार ने द्वितीय अनुपूरक बजट पास कराने में सफल रही.
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