Video: देवघर के देवीपुर में दुर्गा पूजा की पुरानी परंपरा
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देवघर में दुर्गा पूजा (Durga Puja in Deoghar) को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. पूरे नवरात्रि को भक्त विभिन्न मंदिरों और पूजा पंडालों में पहुंचते हैं. लेकिन जिला के देवीपुर में दुर्गा पूजा की पुरानी और अनोखी परंपरा (old and Unique tradition of Durga Puja) है. यहां पहली बार साल 1956 में कलश स्थापित कर दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई थी. वर्ष 1956 में स्वर्गीय पंडित चक्रधर झा, स्वर्गीय दरबारी लाल मोदी, यजमान मुनीजी ने पूजा आरंभ किया था. सात वर्षों तक केवल कलश स्थापित कर पंडित चक्रधर झा और यजमान मुनीजी ने भगवती की आराधना की. पहले यहां के लोग तिलौना और रोहिणी में मेला देखने साइकिल, पैदल व बैलगाड़ी से जाया करते थे. देवीपुर व केंदुआ के ग्रामीणों ने वर्ष 1963 में बैठक कर दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने का फैसला किया. तब से लेकर अब तक यहां मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना (Durga Puja in Devipur) की जाने लगी. 1980 में लोगों के सहयोग से देवीपुर में भगवती मंदिर का निर्माण कराकर 42 वर्षों से गांव के सभी पूजा समिति सदस्यों के साथ कलश स्थापन से लेकर भगवती की प्रतिमा का निर्माण कर दस दिनों तक भगवती की अराधना की जाती है. देवीपुर में दुर्गा पूजा के अवसर पर विजया दशमी और उसके दूसरे दिन एकादशी तिथि पर मेला का आयोजन किया जाता है. यहां देवीपुर के अलावा बड़ी संख्या में आसपास के लोग मेला देखने आते हैं. देवीपुर में वैष्णवी दुर्गा पूजा का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:28 PM IST