जगरनाथ महतो की एक जिद जो पूरी ना हो सकी, जानिए शिक्षा मंत्री को रह गया किस बात का मलाल
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रांची: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का गुरुवार को निधन हो गया. वे हमेशा ही बच्चों की अच्छी शिक्षा के हिमायती थे. इसलिए अक्सर वे स्कूलों के औचक निरीक्षण के लिए पहुंच जाते थे. हालांकि वे सिर्फ 10वीं पास थे. 2019 में जब महागठबंधन को बहुमत मिला तो उन्हे मद्य निषेध के साथ शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी भी दी गई. जिसके बाद उनकी शिक्षा को लेकर बातें होने लगी. उसी समय उन्होंने ठान ली की वे इंटर पास करके रहेंगे. इसी जिद में उन्होंने 53 साल की उम्र में झारखंड के शिक्षा मंत्री रहते हुए बोकारो के नावाडीह प्रखंड के देवी महतो स्मारक इंटर कॉलेज में एडमिशन लिया. शालीनता इतनी कि उन्होंने बकायादा आम छात्र की तरह लाइन में लगकर एडमिशन कराया. हालांकि नियती को ये मंजूर नहीं था कि वे इंटर पास करें इसलिए पहले उन्हें कोरोना हुआ. इसके बाद लंग्स ट्रांसप्लांट किया गया और फिर वे जिंदगी की जंग हार गए.