चाईबासा: वेलकम के बाद जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों की स्वास्थ्य जांच कर सुरक्षित उन्हें उनके गृह प्रखंड में उनके गांव घर तक पहुंचा दिया गया. साथ ही उन्हें होम क्वॉरेंटाइन करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि हैदराबाद से झारखंड 1200 प्रवासी मजदूर पहुंचे थे. इसमें पश्चिम सिंहभूम के कुल 29 प्रवासी मजदूर शनिवार को रांची से बस से चाईबासा लाए गए. जिले में वापस लौटे सभी मजदूर मनोहरपुर, गोइलकेरा प्रखंड के निवासी हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा जानकारी दी गई कि विगत 01 मई को रात्रि 11:00 बजे सिकंदराबाद से रेल के द्वारा रांची के हटिया स्टेशन पहुंचे.
जिले के सभी 29 श्रमिकों का जिला प्रशासन के द्वारा चाईबासा शहर स्थित आईटीआई मैदान में वेलकम किया गया. सभी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच कर उनके संबंधित गृह प्रखंड मुख्यालय में भेजा गया है, जहां से प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा व्यक्तियों को उनके गांव-घर तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने के निर्देश के साथ पहुंचाया जा रहा है. उपायुक्त ने बताया कि संपूर्ण तालाबंदी के दौरान जिले/ राज्य से बाहर फंसे सभी श्रमिक/तीर्थयात्री/ पर्यटक के वापस जिला लौटने पर रिसीव करने के लिए आईटीआई मैदान में वाहन सेल का गठन किया गया है. जहां पर आने वाले सभी प्रकार के व्यक्तियों के आराम, खाने-पीने, स्वास्थ्य जांच के साथ उनके पंजीयन की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. जिला प्रशासन ऐसे सभी लोगों का जिला में वापस लौटने पर स्वागत करने के लिए तैयार है.
उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि दूसरे राज्य/ जिला से इस जिले में वापस लौट रहे सभी प्रकार के व्यक्तियों का रिसीविंग सेंटर पर ही डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. इसके लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी एजाज़ अनवर के नेतृत्व में तीन अन्य पदाधिकारियों को शामिल करते हुए निबंधन सेल को भी क्रियान्वित किया गया है. सेल के द्वारा आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम, आधार कार्ड संख्या, संपर्क सूत्र, आने वाले स्थान का नाम, जाने वाले स्थान का नाम के साथ-साथ ट्रेंड/अनट्रेंड मजदूरों श्रेणी की जानकारी ली जा रही है. आईटीआई मैदान स्थित रिसीविंग सेंटर पर लौट रहे सभी मजदूरों का स्वागत करने के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के नेतृत्व में कार्यपालक दंडाधिकारी गिरजानंदन किस्कु, गुलाम समदानी, नजारत प्रभारी रवि कुमार सहित अन्य पदाधिकारी और जिला/पुलिस प्रशासन के कर्मी उपस्थित रहे.