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चाईबासाः अस्थायी कोविड अस्पताल का ग्रामीणों ने किया विरोध, BDO को सौंपा ज्ञापन

चाईबासा के मझगांव बस्ती में आदिवासी कल्याण छात्रावास को अस्थायी कोविड अस्पताल बनाने का ग्रामीणों ने विरोध किया है. इसे लेकर ग्रामीणों ने डीसी के नाम बीडीओ को एक ज्ञापन सौंपा.

villagers opposed the temporary covid hospital in chaibasa
ग्रामीणों ने किया विरोध
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Published : May 13, 2021, 8:15 AM IST

चाईबासाः शहर के मझगांव बस्ती में आदिवासी कल्याण छात्रावास को अस्थायी कोविड-19 अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इसको लेकर बस्ती वासियों ने उपायुक्त के नाम सामूहिक आवेदन बीडीओ वीरेंद्र किंडो को सौंपा और इस पर रोक लगाने की मांग की.

villagers opposed the temporary covid hospital in chaibasa
ग्रामीणों की ओर से बीडीओ को सौंपा गया ज्ञापन

इसे भी पढ़ें- पश्चिमी सिंहभूमः 25 जगहों पर खोले गए टीकाकरण केंद्र, डीसी ने किया वैक्सीन लेने का आवाह्नन

स्ठानीय लोगों का कहना है कि बस्ती के बीचोंबीच आदिवासी कल्याण छात्रावास है, जिसके अगल-बगल सैकड़ों परिवार निवास करते हैं. इन परिवारों के बीच पेयजल की समस्या है. बस्तीवासी छात्रावास परिसर के नलकूप और कुआं पर आश्रित रहते. प्रखंड प्रशासन की ओर से आदिवासी छात्रावास परिसर की साफ सफाई करवाकर अस्थायी कोविड-19 अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही. यदि यह अस्पताल प्रारंभ होता है तो बस्तीवासियों को काफी समस्या होगी. अस्पताल बस्ती के बीचोंबीच रहेगा तो बस्ती के अंदर संक्रमण फैलने की संभावना बन सकती है.

वहीं लोगों ने कहा कि अगर प्रशासन मांग पर अमल नहीं करता तो मजबूरन पूरे बस्तीवासी सड़क पर उतरकर धरना देने के लिए विवश रहेंगे. आवेदन में बस्ती के लगभग सैकड़ों लोगों के हस्ताक्षर दर्ज हैं.

चाईबासाः शहर के मझगांव बस्ती में आदिवासी कल्याण छात्रावास को अस्थायी कोविड-19 अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इसको लेकर बस्ती वासियों ने उपायुक्त के नाम सामूहिक आवेदन बीडीओ वीरेंद्र किंडो को सौंपा और इस पर रोक लगाने की मांग की.

villagers opposed the temporary covid hospital in chaibasa
ग्रामीणों की ओर से बीडीओ को सौंपा गया ज्ञापन

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स्ठानीय लोगों का कहना है कि बस्ती के बीचोंबीच आदिवासी कल्याण छात्रावास है, जिसके अगल-बगल सैकड़ों परिवार निवास करते हैं. इन परिवारों के बीच पेयजल की समस्या है. बस्तीवासी छात्रावास परिसर के नलकूप और कुआं पर आश्रित रहते. प्रखंड प्रशासन की ओर से आदिवासी छात्रावास परिसर की साफ सफाई करवाकर अस्थायी कोविड-19 अस्पताल बनाने की तैयारी की जा रही. यदि यह अस्पताल प्रारंभ होता है तो बस्तीवासियों को काफी समस्या होगी. अस्पताल बस्ती के बीचोंबीच रहेगा तो बस्ती के अंदर संक्रमण फैलने की संभावना बन सकती है.

वहीं लोगों ने कहा कि अगर प्रशासन मांग पर अमल नहीं करता तो मजबूरन पूरे बस्तीवासी सड़क पर उतरकर धरना देने के लिए विवश रहेंगे. आवेदन में बस्ती के लगभग सैकड़ों लोगों के हस्ताक्षर दर्ज हैं.

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