चाईबासा: विश्व में विभिन्न रोगों के इलाज का आयुर्वेद पद्धति की ओर झुकाव हो रहा है. हमारा देश तो आयुर्वेद का विश्व गुरु के रूप में माना जाता है. लेकिन पश्चिम सिंहभूम जिले में 15 राजकीय आयुर्वेद औषधालय, 6 होम्योपैथिक और एक यूनानी औषधालय महज दो चिकित्सक के भरोसे चल रहा है.
दवाई नहीं होने के कारण चिकित्सक मात्र देते हैं परामर्श
सरकार की ओर से आवंटित दवा के समाप्त हो जाने पर मरीजों को चिकित्सक मात्र परामर्श ही देते हैं. मरीज खुद बाहर से परामर्श के अनुसार दवाएं खरीदते हैं. होम्योपैथिक आर यूनानी चिकित्सक जिले में नहीं है, जिस कारण संयुक्त औषधालय में दवाओं की खरीदारी भी नहीं होती है.
इसे भी पढ़ें- ETV BHARAT की पड़तालः झारखंड में दम तोड़ रहा है प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र
चिकित्सक और दवाएं उपलब्ध नहीं होने से नाम मात्र की ड्यूटी
चिकित्सक प्रभात कुमार बताते हैं कि आयुर्वेद के मात्र दो चिकित्सक हैं. बाकी होम्योपैथिक में पद रिक्त पड़े हुए हैं और यूनानी में मात्र एक ही कर्मचारी हैं. दवाएं और चिकित्सक उपलब्ध नहीं होने के कारण वो नाम मात्र की ड्यूटी बजा रहे हैं. अभी तक आयुर्वेद में भी नाम मात्र के ही दवाएं उपलब्ध है और दवाई कब तक उपलब्ध होंगी, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. कोरोना महामारी के कारण जिला संयुक्त औषधालय में दवाएं उपलब्ध नहीं हो सकी थी.
सरकार आयुर्वेदिक औषधालय के साथ कर रही सौतेला व्यवहार
चिकित्सक प्रभात कुमार ने कहा कि आयुष के साथ वह व्यवहार नहीं मिल रहा है, जो उसे मिलना चाहिए. सीधे तौर पर अगर कहे तो सरकार आयुर्वेदिक के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. एलोपैथिक और आयुर्वेदिक में भेदभाव है, वह साफ नजर आ रहा है.
पोस्टमार्टम हाउस के बगल में औषधालय होने से नहीं आते मरीज
चिकित्सक प्रभात कुमार ने बताया कि औषधालय में मरीजों की कमी चिंता का विषय हैं. पहले प्रतिदिन 200 मरीज औषधालय आते थे, लेकिन अब मात्र 10 से 12 मरीज ही आते हैं. जिसके कई कारण है सबसे पहले तो औषधालय के ठीक बगल में पोस्टमार्टम हाउस का होना. महिला या वृद्ध पोस्टमार्टम हाउस में मुर्दा देख लेने के बाद दूसरी बार औषधालय का रुख नहीं करते हैं. सरकार और स्थानीय प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है.
जिला में कहां-कहां है औषध्यालय
जिला में राजकीय आयुर्वेद औषधालय उनमें चाईबासा, बड़ाजामदा, बलांडिया, जगन्नाथपुर, गढ़ाहातु, तांतनगर बारीजोल, पूर्णिया, निश्चिंतापुर, कुइडा, मनोहरपुर, हेस्साडीह, झिंकपानी और खूंटपानी है. जबकि होम्योपैथिक औषधालयओं में मंझारी, तांतनगर, आसानपाठ, मनोहरपुर, बिंज और गुदरी में है. जबकि यूनानी औषध्यालय जिला मुख्यालय चाईबासा में है.