चाईबासा: कोरोना वायरस महामारी में प्रभावित हुए स्ट्रीट वेंडर्स को आर्थिक मदद दी जा रही है. 2 माह से अधिक लगाए गए लॉकडाउन के कारण स्ट्रीट वेंडर्स का व्यापार ठप हो गया था. नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर्स को राहत पहुंचाने एवं उनके व्यवसाय को पटरी पर लाया जा रहा है. इसके लिए सरकार राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के तहत मदद करने की योजना में तेजी लायी जा रही है.
कोरोना संकटकाल में प्रभावित हुए स्ट्रीट वेंडर्स को मदद करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. हालांकि यह योजना पूर्व सरकार ने ही स्ट्रीट वेंडर्स के जीवन स्तर को उठाने के लिए शुरू की थी, परंतु इस दिशा में अब तक काम नहीं किया जा सका था.
लॉकडाउन के बाद स्ट्रीट वेंडर्स की स्थिति और भी दयनीय हो गई, जिस कारण अब विभाग इस योजना के तहत जल्द से जल्द स्ट्रीट वेंडर्स को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है.
चाईबासा नगर परिषद फुटपाथ दुकानदारों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से नगर परिषद में पंजीकृत फुटपाथ दुकानदारों की सूची तैयार कर रही है. चाईबासा शहरी क्षेत्र के फुटपाथ के लगभग 332 पंजीकृत दुकानदारों को इसका लाभ मिलेगा. अब तक टाउन वेंडिंग कमेटी ने 150 दुकानदारों की सूची उपलब्ध करवाई है.
टाउन वेंडिंग कमेटी को 4 दिनों का समय दिया गया है. इस दौरान टाउन वेंडिंग कमेटी सभी वेंडरों की सूची उपलब्ध करवाएंगे, जिससे ज्यादा से ज्यादा फुटपाथ दुकानदारों की सूची बढ़े और उन्हें इसका लाभ मिल सके.
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के तहत फुटपाथ दुकानदारों के व्यवसाय को बढ़ाने के उद्देश्य से सब्सिडी युक्त लोन मुहैया करवा रही है. इस लॉकडाउन के दौरान फुटपाथ दुकानदारों की क्षतिपूर्ति को पूरा करने में कुछ आर्थिक मदद की जा सके और उनके व्यवसाय पटरी पर लौटे.
सरकार की राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि के तहत शहरी क्षेत्र के फुटपाथ दुकानदारों को लोन दिया जाएगा. यह लोन बैंक के माध्यम से फुटपाथ के दुकानदारों को दिया जाएगा.
लोन की किस्तें फुटपाथ के दुकानदारों के समय समय पर भुगतान किए जाने पर उन्हें सब्सिडी भी दी जाएगी. अन्यथा बैंक अपने सामान्य ब्याज दर के साथ मूल पैसे भी फुटपाथ के दुकानदारों से वसूल करेगी.
332 स्ट्रीट वेंडर्स को मिलेगा लाभ
चाईबासा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा ने बताया कि सरकार की यह पूर्व की ही योजना थी. चाईबासा शहरी क्षेत्रों में कम आय वर्ग वाले स्ट्रीट वेंडर्स को चिन्हित किया जाए, लेकिन इस योजना के लागू होने से पहले ही लॉकडाउन लग गया और जिसके कारण उनका व्यवसाय भी काफी प्रभावित हुआ है.
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इसे लेकर विभागीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक भी बुलाई गई है, जिसमें नया गाइडलाइन मिल सकता है. फिलहाल जानकारी के अनुसार जितने भी चिन्हित स्ट्रीट वेंडर्स है उनका आधार कार्ड और अकाउंट नंबर को टैग किया जाएगा.
इसके बाद बैंक स्ट्रीट वेंडर्स को लोन देगी, ताकि वे अपने जीवन स्तर को और बढ़ा सकें. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जो भी विभागीय दिशा निर्देश दिए जाएंगे उस दिशा निर्देशानुसार आगे के कार्य किए जाएंगे.
फिलहाल 332 स्ट्रीट वेंडर्स चाईबासा में है. उनका जिस तरीके का काम होगा जितनी पूंजी कि उन्हें आवश्यकता होगी, उसके अनुसार उन्हें लोन दिया जाएगा. विभाग और आरबीआई गाइडलाइंस के अनुसार लोन में सब्सिडी भी स्ट्रीट वेंडर्स को दी जाएगी.